भारत में मानव तस्करी पर चौंकाने वाली है अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ये रिपोर्ट

jammu and kahmsir

अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर में सरकार के खिलाफ किशोरों को सशस्त्र समूह में भर्ती करते हैं। विदेश मंत्रालय की 2020 ट्रैफिकिंग इन पर्सन रिपोर्ट विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बृहस्पतिवार को जारी की। इसमें बताया गया है कि माओवादी समूहों ने हथियार और आईईडी को संभालने के लिए 12 वर्ष तक के कमउम्र बच्चों को जबरन भर्ती किया।

वाशिंगटन। भारत में मानव तस्करी को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में सशस्त्र समूह सीधे तौर पर सरकार विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए 14 वर्ष तक के कमउम्र किशोरों की लगातार भर्ती और उनका इस्तेमाल करते रहे। विदेश मंत्रालय की 2020 ट्रैफिकिंग इन पर्सन रिपोर्ट विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बृहस्पतिवार को जारी की। इसमें बताया गया है कि माओवादी समूहों ने हथियार और आईईडी को संभालने के लिए खासकर छत्तीसगढ़ और झारखंड में 12 वर्ष तक के कमउम्र बच्चों को जबरन भर्ती किया और कभी-कभी मानव ढाल के तौर पर भी इनका इस्तेमाल किया गया।

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रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने वर्ष 2019 में मानव तस्करी समाप्त करने के लिए खासे प्रयास किए लेकिन वह न्यूनतम मानक को पूरी तरह प्राप्त नहीं कर सका। इसके मुताबिक, राज्येतर सशस्त्र समूह जम्मू-कश्मीर में सीधे तौर पर सरकार विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए 14 वर्ष तक के किशोरों की लगातार भर्ती और उनका इस्तेमाल करते रहे। रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व में माओवादी समूहों से जुड़ी रहीं कुछ महिलाओं और लड़कियों ने बताया कि कुछ माओवादी शिविरों में यौन हिंसा की जाती थी। नक्सली समूहों ने लगातार व्यवस्थित तरीके से बाल सैनिकों की भर्ती और उनका इस्तेमाल जारी रखा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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