8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, राशि अनुसार करना चाहिए दान-पुण्य

lunar eclipse
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ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा-पाठ करने की मनाही होती है।ग्रहण के दौरान कई तरह की विशेष सावधानियां बरती जाती हैं।

मंगलवार 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। इस दिन साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। भारत में ये ग्रहण दिखाई देगा। इस वजह से इसका सूतक रहेगा। सूतक के समय में मंदिर बंद रहते हैं और सभी तरह की पूजा-पाठ वर्जित रहती हैं। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि भारत में ग्रहण की शुरुआत दोपहर 2.41 बजे से होगी। शाम 6.20 बजे तक ग्रहण रहेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से ठीक 9 घंटे पहले से शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने के साथ सूतक भी खत्म हो जाता है। चंद्र ग्रहण के समय दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है। अगर इस दौरान राशि अनुसार दान किए जाते हैं तो कुंडली के कई दोषों का असर कम सकता है। 8 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य रहेगा। सूतक चंद्रग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य और पूजा-पाठ करने की मनाही होती है। ग्रहण के दौरान कई तरह की विशेष सावधानियां बरती जाती हैं। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए, ग्रहण के बाद दान-पुण्य,स्नान और अपने इष्ट देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। कार्तिक मास में मंगलवार को ग्रस्तोदय चन्द्रग्रहण होने से लूटपाट, चोरी व अग्निकाण्ड की घटनाएं बढ़ेगी तथा शीतकालीन फसलों में रोग प्रकोप होगा। राजनेताओं में भी खींचतान बढ़ेगी। ग्रहण के समय चन्द्र-राहु का सूर्य-बुध-शुक्र-केतु से सम-सप्तक योग बनने से प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि तथा धातु व रस पदार्थों में तेजी होगी।

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कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 08 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्रग्रहण होगा जिसे अमेरिका में साफ-साफ देखा जा सकेगा। भारत में यह चंद्रग्रहण कुछ इलाकों में पूर्ण तो वहीं कुछ जगहों पर आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसके अलावा यह चंद्र ग्रहण उत्तर-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।

कब से कब तक देखा जा सकेगा चंद्रग्रहण

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार साल के इस आखिरी ग्रहण की शुरुआत 08 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से होगी जो शाम 06 बजकर 20 मिनट पर खत्म हो जाएगा। भारत में इस चंद्रग्रहण को चंद्रोदय होने के साथ देखा जा सकेगा। अलग-अलग शहरों में चंद्रोदय का समय अलग-अलग रहता है जिस कारण से देश में एक साथ चंद्रग्रहण नहीं देखा जा सकेगा। 08 नवंबर को सूतक काल सुबह 08 बजकर 20 मिनट से शुरू हो जाएगा। 

मेष राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि देश में यह चंद्र ग्रहण चंद्रोदय के साथ शाम 5 बजकर 20 से दिखाई देने लगेगा। साल का यह आखिरी चंद्रग्रहण मेष राशि में लगेगा। ऐसे में इस राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतनी पड़ेगी। साल के आखिरी ग्रहण पर बुध-शुक्र ग्रह की द्दष्टि चंद्रमा पर रहेगी। 

देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष दीपावली के अगले दिन 25 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण लग चुका है और अब देव दीपावली पर यानी कार्तिक पूर्णिमा पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण की तरह इस चंद्र ग्रहण को भी भारत में देखा जा सकेगा। इसका सूतक काल मान्य होगा। ऐसे में सभी राशियों पर इस ग्रहण का प्रभाव भी पड़ेगा। 15 दिनों के अंतराल पर दो ग्रहण का होना ग्रहण गहर प्रभाव डालता है।

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ग्रहण का समय 

ग्रहण प्रारम्भ: दोपहर 02:39 

ग्रहण मध्य: सायं 04:29

ग्रहण समाप्त: सायं 06:19

ग्रहण अवधि: 03 घण्टा 40 मिनट

विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे हैं कि राशि अनुसार आपको किन चीजों का दान करना चाहिए 

मेष- गेहूं, जमीन, मसूर दाल, लाल कपड़े, लाल गाय, गुड़, चंदन, लाल फूल, सोना, तांबा, केशर, का दान करना चाहिए।

वृषभ- ये लोग चावल, शकर, हीरा, चांदी, मोती, सफेद कपड़े, घी, सोना का दान कर सकते हैं।

मिथुन- कांस्य के बर्तन, हरे कपड़े, घी, धन, पन्ना, सोना, सभी प्रकार के फूल, कर्पूर, शंख, फल, खाना दान कर सकते हैं।

कर्क- चावल, सफेद कपड़े, चंदन, फूल, शकर, चांदी, सफेद बैल, घी, शंख, दही, मोती और कर्पूर का दान कर सकते हैं।

सिंह- गेहूं, माणिक्य, गाय, कमल का फूल, लाल चंदन, लाल कपड़े, सोना, तांबा, केशर, मूंगा का दान कर सकते हैं।

कन्या- कांस्य के बर्तन, हरे कपड़े, घी, धन, पन्ना, सोना, फूल, कर्पूर, शंख, फल, खाना का दान करें।

तुला- चावल, शकर, हीरा, चांदी, मोती, सफेद कपड़े, घी, सोना दान करें।

वृश्चिक- भूमि, मसूर दाल, लाल कपड़े, गुड़, चंदन, फूल, सोना, तांबा, केशर का दान कर सकते हैं।

धनु- अनाज, पीले कपड़े, सोना, घी, पीले फल, पुखराज, हल्दी, किताबें, धन, शहद, शकर, नमक, भूमि का दान का दान कर सकते हैं।

मकर- तेल, सात धान, नीलम, तिल, नील और नीले कपड़े, कंबल, ऊनी वस्त्र, सोना, उड़द का दान कर सकते हैं।

कुंभ- इस राशि के लोग तेल, सात प्रकार के धान, नीलम, तिल, नीले और काले कपड़े, कंबल, ऊनी कपड़े, सोना दान करें।

मीन- पीले कपड़े, अनाज, सोना, घी, पीले फल, पुखराज, हल्दी, किताबें, धन, शहद, शकर, नमक का दान कर सकते हैं।

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे हैं कि राशि अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रभाव

मेष: दुर्घटना का भय

वृष: धनहानि

मिथुन: उन्नति व लाभ

कर्क: सुख-वैभव

सिंह: मानहानि, भय

कन्या: शरीका का कष्ट

तुला: दाम्पत्य कष्ट

वृश्चिक: कार्यसिद्धि

धनु: चिन्ता व पीड़ा

मकर: रोगभय

कुम्भ: धनलाभ

मीन: व्यय में वृद्धि

- डा. अनीष व्यास 

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक

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