सितंबर माह में सूर्य और शुक्र का होगा राशि परिवर्तन, जानिए किस राशि में होगा इसका असर

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भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि 17 सितंबर को सभी ग्रहों के स्वामी सूर्य अपनी राशि सिंह को छोड़कर कन्या राशि में राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य देव 17 सितंबर 2022, शनिवार को अपनी स्वराशि सिंह से निकलकर बुध देव की राशि कन्या में सुबह 07:11 बजे विराजमान हो जाएंगे।

ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहों के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है। कुछ राशि वालों को शुभ तो कुछ राशि वालों को अशुभ फल की प्राप्ति होगी। सितंबर माह में 10 सितंबर को बुध राशि परिवर्तन कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 15 सितंबर को शुक्र सिंह राशि में अस्त हो जाएंगे। इसके बाद 17 सितंबर को सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 24 सितंबर को शुक्र भी कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध, शुक्र, और सूर्य की चाल बदलने से सभी राशियों को शुभ-अशुभ फल की प्राप्ति होगी। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि सितंबर में सूर्य और शुक्र का राशि परिवर्तन होगा। वहीं बुध सिर्फ चाल बदलेगा। इनके अलावा मंगल, गुरु, शनि और राहु-केतु की राशियां नहीं बदलेंगी। इनके प्रभाव से देश में राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक बदलाव दिखेंगे। साथ ही कई जगहों पर अचानक मौसम बदलेगा। कहीं तेज बारिश तो कहीं गर्मी बढ़ने लगेगी। कई लोगों को सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इस महीने शुरुआती 17 दिनों तक सूर्य-शनि का षडाष्टक योग रहेगा। जिसका अशुभ असर देश-दुनिया सहित सभी राशियों पर दिखेगा। जिससे लोगों में तनाव और विवाद बढ़ेंगे। दुर्घटनाएं और बीमारियां बढ़ सकती हैं। 17 सितंबर के बाद बुध और सूर्य दोनों ही सिंह राशि में रहेंगे। जिससे बुधादित्य योग बनेगा। इस शुभ योग के प्रभाव से प्रशासनिक विवाद खत्म होंगे। सरकार बड़े और फायदेमंद फैसले लेगी। कई लोगों की परेशानियां भी दूर होने लगेंगी।

10 सितंबर को बुध ग्रह कन्या राशि में होंगे वक्री

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध ग्रह अपनी मार्गी गति में अपना राशि परिवर्तन लगभग 24 दिन की अवधि में करते हैं। बुध ग्रह कन्या राशि में मौजूद रहते हुए में कन्या राशि में ही वक्री हो जाएंगे। बुध कन्या राशि में वक्री 10 सितंबर 2022, शनिवार को सुबह 8.42 मिनट पर होगा और उसके बाद 2 अक्टूबर 2022, रविवार को बुध कन्या राशि में ही अपनी मार्गी गति शुरू करेंगे, जिसके बाद वे 26 अक्टूबर 2022, बुधवार को कन्या से तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। 

सिंह राशि में अस्त होंगे शुक्र ग्रह

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र ग्रह सिंह राशि में अस्त की अवधि 15 सितंबर 2022 को सुबह 02.29 मिनट पर शुरू होगी और फिर 2 दिसंबर को सुबह 6.13 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र अस्त की अवस्था खत्म होगी। 

कन्या राशि में सूर्य पारगमन

भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि 17 सितंबर को सभी ग्रहों के स्वामी सूर्य अपनी राशि सिंह को छोड़कर कन्या राशि में राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य देव 17 सितंबर 2022, शनिवार को अपनी स्वराशि सिंह से निकलकर बुध देव की राशि कन्या में सुबह 07:11 बजे विराजमान हो जाएंगे।

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शुक्र का कन्या राशि में गोचर

कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि सितंबर माह में ही शुक्र ग्रह का एक बार फिर राशि परिवर्तन होगा। शुक्र ग्रह 24 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र का कन्या राशि में गोचर 24 सितंबर 2022, शनिवार को रात 8.51 मिनट पर होगा, जब वो सिंह राशि से निकलकर बुध की कन्या राशि में गोचर करेंगे।

बीमारी व प्राकृतिक आपदा की संभावना

विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य और बुध की स्थिति देखते हुए नमी और उमस की वजह से कई जगह बीमारियां बढ़ सकती हैं। गुरु और शनि अपनी ही राशियों में रहेंगे। जिससे देश में शिक्षा और धर्म से जुड़ी व्यवस्थाएं मजबूत होने लगेंगी। इन क्षेत्रों से जुड़े अच्छे बदलाव होने की संभावना भी है। कई जगहों पर बड़े प्रशासनिक बदलाव हो सकते हैं। बुध और शुक्र के प्रभाव से देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकता है। हालांकि महंगाई बढ़ेगी और जनता असंतुष्ट रहेगी। मंगल के राशि परिवर्तन से कई जगहों पर हिंसा और अगजनी हो सकती है। देश की सैन्य शक्ति भी बढ़ेगी। लेकिन कुछ जगहों पर भूकंप और पहाड़ खिसकने की घटनाएं होने की आशंका है।

क्या करें उपाय

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें। ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है। महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। माता दुर्गा, भगवान शिव विष्णु लक्ष्मीनारायण और हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।

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आइए भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास से जानते हैं इस गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव।

मेष राशि- आत्मविश्वास में कमी रहेगी। बातचीत में संयत रहें। परिवार का साथ मिलेगा। भवन सुख में वृद्धि होगी। पिता से मतभेद हो सकते हैं। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। 

वृष राशि- आत्मसंयत रहें। मन में नकारात्मकता से बचें। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। रहन-सहन अव्यवस्थित हो सकता है। मानसिक शान्ति रहेगी।

मिथुन राशि- मन अशान्त रहेगा। आत्मसंयत रहें। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। जीवनसाथी का साथ मिलेगा। मीठे खानपान में रुचि बढ़ सकती है। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। 

कर्क राशि- आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। आत्मसंयत रहें। शैक्षिक कार्यों पर ध्यान दें। कारोबार में सुधार होगा। वस्त्रों पर खर्च बढ़ सकते हैं। आत्मसंयत रहें। क्रोध के अतिरेक से बचें। 

सिंह राशि- मन प्रसन्न रहेगा। आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहेंगे। बौद्धिक कार्यों से आय के साधन बन सकते हैं। नौकरी में अफसरों से व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। संचित धन में वृद्धि होगी। परिश्रम अधिक रहेगा। 

कन्या राशि- मानसिक शान्ति रहेगी। आत्मविश्वास भी भरपूर रहेगा। नौकरी में किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। परिवार से दूर हो सकते हैं। बातचीत में सन्तुलित रहें। परिवार की समस्याएं परेशान करेंगी। 

तुला राशि- संयत रहें। मन में नकारात्मक विचारों से बचें। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा। परिश्रम अधिक रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। किसी मित्र के सहयोग से सम्पत्ति में निवेश कर सकते हैं। 

वृश्चिक राशि- मन अशान्त रहेगा, परन्तु आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जीवनसाथी से व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। सन्तान के स्वास्थ्य विचार हो सकते हैं। 

धनु राशि- क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के मनोभाव हो सकते हैं। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। परिवार से दूर किसी दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। मन अशान्त रहेगा। आत्मविश्वास में कमी आएगी। 

मकर राशि- आत्मसंयत रहें। क्रोध से बचें। बातचीत में सन्तुलित रहें। परिवार की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। खर्च भी अधिक रहेंगे। व्यर्थ के विवाद एवं झगड़ों आदि से बचें। 

कुंभ राशि- पठन-पाठन में रुचि रहेगी। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव मन में रहेंगे। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। मित्रों का सहयोग रहेगा। जीवनसाथी से मनमुटाव हो सकता है। 

मीन राशि-  आय में वृद्धि भी होगी। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। पारिवारिक जीवन कष्टमय रहेगा। शैक्षिक एवं बौद्धिक कार्यों में मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं।

- डा. अनीष व्यास

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक

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