धनतेरस-दिवाली से पहले घर में करें ये 5 काम, बनी रहेगी सकारात्मक ऊर्जा, बरसेगा धन

दिवाली से पूर्व घर की ऊर्जा सफाई अत्यंत महत्वपूर्ण है। वास्तु टिप्स के अनुसार, पुरानी वस्तुओं को हटाकर, खिड़कियां खोलकर ताजी हवा लाएं और सुगंधित तेलों व ध्वनि (मंत्र, शंख-घंटी) के प्रयोग से नकारात्मक ऊर्जा दूर करें। धनतेरस पर मुख्य द्वार पर रुद्राक्ष और स्फटिक लटकाना सुख-समृद्धि और सकारात्मकता को आकर्षित करने का अचूक उपाय है।
जैसे-जैसे दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे ही हर घर में सफाई, सजावट और समृद्धि व खुशियों के स्वागत की तैयारियां शुरू हो रही हैं। लेकिन धूल-मिट्टी साफ करने और व्यवस्था करने के अलावा, एक और तरह की सफाई है जिसे हम सभी अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं और यह है ऊर्जा सफाई। हमारे घर साल भर विभिन्न प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा अवशोषित होती हैं और दिवाली पर इस सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए यह समय अच्छा भी है। ज्योतिषी के मुताबिक, धनतेरस (18 अक्टूबर, 2025) से पहले आपके घर पॉजटिव ऊर्जा से भरने के सरल और शक्तिशाली उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे आपके घर में सकारात्मकता, सुख-समृद्धि और शांति का संचार होता रहे।
पुरानी चीजों को हटाएं
दिवाली की सफाई की शुरुआत उन चीज़ों को हटाकर करें जो अब आपके काम की नहीं हैं। पुराने कैलेंडर, बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान, टूटी हुई चीजें और कागजों के ढेर हटा दें, ये सभी रुकी हुई ऊर्जा को जमा करते हैं और आपके जीवन में नए अवसरों के प्रवेश को रोकते हैं। एक बार जब आप सारी गंदगी साफ कर लें, तो अपनी खिड़कियां खोल दें ताकि धूप और ताजी हवा अंदर आ सके। यह आसान सा काम स्वाभाविक रूप से आपके घर को शुद्ध करता है और आपके घर में सुख-समृद्धि लेकर आता है।
घर को सुगंधित तेलों से ताजा करें
सुगंध में इतनी ताकत होती है कि वे घर की नकारात्मक ऊर्जा को तुरंत सकारात्मक में बदल देती है । ऐसे में आप पचौली, लोबान और बर्गमोट आवश्यक तेलों की कुछ बूंदें पानी में मिलाएं और अपने घर में धीरे से स्प्रे करें। पचौली आपको स्थिर करती है, लोबान शुद्ध करता है, और बर्गमोट आपको उत्साहित करता है, जिससे एक सुखदायक और आध्यात्मिक माहौल बन जाता है। जो शांति और आनंद का संतुलन बनाता है।
ध्वनि से घर को शुद्ध करें
दिवाली की सफाई होने के बाद आप अपने घर को ध्वनि की मदद से शुद्ध वातावरण कर सकते हैं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर चली जाती है। इसके लिए आप दीया जलाते हुए बांसुरी की मधुर ध्वनि को बजा सकते हैं या फिर "ॐ" या गायत्री मंत्र जैसे मंत्रों का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर का माहौल सकारात्मक और दिव्य हो जाता है।
धनतेरस पर शंख और घंटी का इस्तेमाल करें
धनतेरस वाले दिन अपने घर के हर कमरे में शंख और घंटी बजाते हुए घूमें। शंख की ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है, जबकि घंटी सकारात्मक ऊर्जा को जागृत करती है। उत्तर-पूर्व कोने से शुरू करें और दक्षिणा दिशा तक घुमाएं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आपके घर का हर एक हिस्सा पवित्रता और शुभ ऊर्जा से गूंजता रहे।
मुख्य द्वार पर रुद्राक्ष और स्फटिक लटकाएं
आपके घर का मुख्य द्वार आपके घर में प्रवेश करने वाली सभी ऊर्जाओं का प्रवेश द्वार है। तीन रुद्राक्ष और एक स्फटिक (क्रिस्टल) की माला को लाल या पीले धागे में बांधकर अपने मुख्य द्वार के ऊपर या बगल में अच्छी तरह से लटका दें। रुद्राक्ष ऊर्जा प्रवाह को स्थिर और संरक्षित करता है, जबकि स्फटिक शांति और स्पष्टता लाता है। ये दोनों मिलकर एक ऐसा कवच बनाते हैं जो केवल सकारात्मकता, आशीर्वाद और समृद्धि को ही अंदर आने देता है।
अन्य न्यूज़











