चिदंबरम का वादा, सत्ता में लौटने के बाद कावेरी विवाद का समाधान करेगी कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आज कहा कि उनकी पार्टी यदि सत्ता में वापसी करती है तो वह कावेरी जल विवाद का सामाधान करेगी।
बेंगलूरू। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आज कहा कि उनकी पार्टी यदि सत्ता में वापसी करती है तो वह कावेरी जल विवाद का सामाधान करेगी। कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के सुझाव के अनुसार समस्या का समाधान करने से इंकार कर दिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि 12 मई को होने जा रहे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री द्वारा चुनावी रैलियों में सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी पर किए जा रहे हमलों तथा नेशनल हेरल्ड मामले को हवा देने का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि सभी आरोप ‘फर्जी’ हैं। मोदी ने कल हुबली में एक रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा के मुख्यमंत्री प्रत्याशी बी एस येदियुरप्पा पर हमला बोलने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया था। उन्होंने कहा था, ‘‘5000 करोड रुपये के घोटाले में संलिप्तता के आरोप का सामना कर रहे’’ एवं ‘‘जमानत पर बाहर आए मां एवं पुत्र’’ भाजपा के बारे में प्रश्न उठा रहे हैं।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘यदि उन्हें कोई आरोप लगाना है तो उन्हें संसद में आना चाहिए एवं आरोप लगाना चाहिए और हम उसका जवाब देंगे ... इसका (नेशनल हेरल्ड मामले का उल्लेख) वर्तमान चुनाव में कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक नियमित प्रक्रिया है कि अदालत तलब करती है ... आप उपस्थित होते हैं और अदालत जमानत दे देती है।’’ चिदंबरम ने मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धरैमाया के सुझाव के अनुरूप कावेरी जल विवाद का समाधान करने से इंकार कर दिया। केन्द्र द्वारा निर्धारित 15 वें वित्त आयोग के लिए विचारणीय विषय के बारे में उन्होंने कहा कि यह असंवैधानिक है तथा इसकी रूपरेखा सारे सरकारी धन का केन्द्रीकरण करने एवं राज्यों को केन्द्र सरकार के रहमो करम पर रखने के मकसद से बनाई गयी है।
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