20 वर्ष की निरंतर यात्रा, नित नई ऊंचाई की ओर सहगल फाउंडेशन

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[email protected] । Sep 30 2019 2:07PM

20वी सालगिरह समारोह के दौरन संस्था के संस्थापक डॉ. सूरी सहगल ने बताया कि “सहगल फाउंडेशन की स्थापना साल 1999 में की गयी ताकि ग्रामीण समुदायों का उज्जवल भविष्य का निर्माण हो सके। इस वर्ष संस्था अपनी 20वी वर्षगांठ मना रही है।

20 वर्षों से एसएम सहगल फाउंडेशन (गुरुग्राम स्थित गैर सरकारी संगठन) ग्रामीण भारत में सकारात्मक सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरर्णीय बदलाव के लिए सामुदायिक नेतृत्व को विकसित करने का कार्य कर रही है ताकि ग्रामीण अंचल का हर व्यक्ति सुरक्षित व समृद्ध जीवन जी सके। इसके लिए हम कृषि की उत्पादकता पर बल देते है, जल संसाधनों के उचित प्रबंधन का प्रदर्शन करते हुए समुदाय की क्षमता निर्माण करते है। जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत बनाने और नागरिकों की ग्रामीण प्रशासन में भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए लोगों के साथ मिलकर काम करते हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए स्थानीय स्तर पर महिला संगठनों का निर्माण करते है। इन सभी प्रयासों में सामुदायिक मीडिया का भी प्रयोग करते है. सहगल फाउंडेशन भारत के 8 राज्यों (हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक तेलंगाना और महाराष्ट) के 890 गांवों में जल प्रबंधन, कृषि विकास और ग्रामीण सुशासन के लिए कार्यरत है। 

20वी सालगिरह समारोह के दौरन संस्था के संस्थापक डॉ. सूरी सहगल ने बताया कि “सहगल फाउंडेशन की स्थापना साल 1999 में की गयी ताकि ग्रामीण समुदायों का उज्जवल भविष्य का निर्माण हो सके। इस वर्ष संस्था अपनी 20वी वर्षगांठ मना रही है। हरियाणा के चार गांवों (मेवात,अब नूंह) से शुरू हुआ हमारा काम अब भारत के आठ राज्यों में पहुंच चुका है और समुदायों के सहयोग से विस्तार कर रहा है। स्थिरता के आश्वासन के साथ हमारी सभी परियोजनाओं का केंद्र विकास क्षेत्रों पर प्रारंभिक सर्वेक्षण से शुरू होता हैं साथ ही समुदायों को ग्रामीण सुशासन पर महत्वपूर्ण प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाया जाता है। प्रत्येक परियोजना की निगरानी निरंतर होती है और अंत में प्रभाव मूल्यांकन किया जाता है। हम अपने कार्यों का समय-समय पर स्वमूल्यांकन करते हैं और आवश्यकता के अनुरूप उनमें बदलाव करते हैं। जो कार्यक्रम ठीक से कारगर नहीं हो सकता उसका त्याग कर नए विचारों को अपनाकर ग्रामीण समुदायों को आशवस्त करते हैं ताकि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव हो।

संस्था के सह- संस्थापक एडा सहगल ने बताया कि ‘’भविष्य के लिए हमारा लक्ष्य शानदार है –‘प्रगति और बदलाव’ के लिए परिवर्तन जो भारत के गाँव-गाँव में सभी दिशाओं में फैलता रहे। मुझे विश्वास है कि यह सिलसिला मेरे जीवनकाल में ही नहीं बल्कि निरंतर जारी रहेगा। हमें सहगल फाउंडेशन की टीम, कार्य और परिणामों पर गर्व है और हम सभी भागीदारों को धन्यवाद देते हैं (प्रत्येक व्यक्ति, कॉर्पोरेट, शैक्षिक और सरकारी भागीदार सहयोगी और गैर-लाभकारी संगठन) जो बेहतर दुनिया के लिए एक समान लक्ष्य रखते है; और दूसरों की मदद करने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बेहतर भविष्य की आशा करते हैं।कुछ वर्षों से हमने ग्रामीण समुदायों का एक  नया रूप देखा है। जिन उदास चेहरों पर कभी हताशा होती थी अब वे आशावादी हैं।

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