UP विधानसभा में जमकर हुए वार और पलटवार, CM योगी बोले- हर एक मामले में अपराधियों के खिलाफ हुई कार्रवाई

Yogi Adityanath
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ था, उस वक्त आजमगढ़ में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई थी। जब हम लोगों इसकी तह में गए तो क्या यह सच नहीं था कि जहरीली शराब से निर्दोष लोगों को मारने वाला व्यक्ति समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के हर एक सवाल को इत्मिनान के साथ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हर एक मामले में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और सरकार आगे भी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों पर कार्रवाई करेगी। 

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अखिलेश यादव ने पूछा कि क्या उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराध महिलाओं के खिलाफ हो रहे हैं या नहीं ? डॉयल 112, 1090 के आंकड़े क्या कहते हैं ? क्योंकि यह सरकार नई-नई सरकार नहीं है। मैं यह सरकार से जानना चाहता हूं कि जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत कब महिलाओं के खिलाफ घटनाएं बंद होंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार का गठन हुआ था, उस वक्त आजमगढ़ में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई थी। जब हम लोगों इसकी तह में गए तो क्या यह सच नहीं था कि जहरीली शराब से निर्दोष लोगों को मारने वाला व्यक्ति समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ था। हमारे पास उसके सारे तथ्य हैं और प्रमाण भी हैं। अगर मैं उसका नाम लूंगा तो आपको और भी ज्यादा बुरा लग जाएगा।

इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर नाम ही लेना है तो पिछले 5 साल में इस तरह की घटनाओं से जुड़े सभी लोगों का नाम लीजिए। आपको रोका किसने है। आप नेता सदन हैं, सभी लोगों का नाम लीजिए। जहां तक सवाल सिद्धार्थनगर की घटना का है तो पुलिस की गोली से व्यक्ति मारा गया था लेकिन परिवार को मैनेज करते हैं यह लोग। 

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सिद्धार्थनगर की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में कोई भी इस तरह की घटना को छुपा नहीं सकता है। इस प्रकार के हर एक मामले में बोर्ड गठित होती है, वीडियोग्राफी होती है। एफएसएल की पूरी रिपोर्ट और फिर बैलिस्टिक जांच भी होती है। इन तमाम चीजों के बाद यह तथ्य सामने आए है कि पुलिस की गोली से नहीं बल्कि एक अवैध असले से यह हत्या हुई है और दोनों में यह अंतर होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी से होने के नाते जब सदन में आप बात करते हैं तो कोई भी ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए जो एक फोर्स की और पुलिसबल के मनोबल को तोड़ने वाली हो। अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की बात तो होनी चाहिए लेकिन कोई भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए जो प्रदेश की सुरक्षा पर और एक जिम्मेदार पुलिसबल पर उंगली उठाता हो और उसके मनोबल को तोड़ता हो।

उन्होंने कहा कि हर एक मामले में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और सरकार फिर इस बात के लिए पूरे सदन को आश्वस्त करती है कि किसी भी अपराधी के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ही कार्रवाई होगी।

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