Shubhanshu Shukla Return | पृथ्वी पर लौटने के बाद शुभांशु शुक्ला को सात दिनों तक पुनर्वास में रहना होगा

 Shubhanshu Shukla
ANI
रेनू तिवारी । Jul 12 2025 3:36PM

इसरो ने एक्सिओम-4 मिशन पर एक अपडेट में कहा, "पृथ्वी से उतरने के बाद, गगनयात्री को फ्लाइट सर्जन की देखरेख में पुनर्वास कार्यक्रम (लगभग 7 दिन) से गुजरना होगा, ताकि वह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सके।"

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो एक्सिओम-4 मिशन के तहत लगभग चार दशकों में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) का दौरा करने वाले पहले भारतीय हैं, पृथ्वी पर लौटने के लिए तैयार हैं। उनका स्प्लैशडाउन 15 जुलाई, 2025 को दोपहर 3:00 बजे IST पर निर्धारित है, जो उनकी ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के सफल समापन का प्रतीक होगा। इसरो ने एक्सिओम-4 मिशन पर एक अपडेट में कहा, "पृथ्वी से उतरने के बाद, गगनयात्री को फ्लाइट सर्जन की देखरेख में पुनर्वास कार्यक्रम (लगभग 7 दिन) से गुजरना होगा, ताकि वह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सके।"

इसे भी पढ़ें: अनंत अंबानी-राधिका मर्चेंट की शादी: कैसे हिंदू विवाह के मूल्यों और आध्यात्मिक गहराई को प्रतिबिंबित किया गया

अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को कैलिफोर्निया तट पर उतरने के बाद सात दिनों तक पुनर्वास में रहेंगे। ग्रुप कैप्टन शुक्ला 18 दिनों तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर प्रवास के बाद पृथ्वी पर लौट रहे हैं। शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री, कमांडर पैगी व्हिटसन, पोलैंड व हंगरी के मिशन विशेषज्ञ स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापू, ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के तहत 26 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे।

इसे भी पढ़ें: Radhika Yadav Death | राधिका की अपनी अकादमी नहीं थी, अलग-अलग टेनिस कोर्ट बुक करके देती थीं प्रशिक्षण, पुलिस का खुलासा

नासा ने एक बयान में बताया कि चारों अंतरिक्ष यात्री सोमवार, 14 जुलाई को भारतीय समयानुसार अपराह्न चार बजकर 35 मिनट पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना होंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, अंतरिक्ष स्टेशन से अलग होने के बाद कई कक्षीय प्रक्रियाओं को पार कर ‘क्रू ड्रैगन’ अंतरिक्ष यान 15 जुलाई को भारतीय समयानुसार अपराह्न तीन बजे कैलिफोर्निया तट के पास उतरेगा।

इसरो ने ‘एक्सिओम-4’ मिशन के बारे में बताया, ‘‘(अंतरिक्ष से) वापस आने के बाद शुक्ला को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने के लिए फ्लाइट सर्जन की देखरेख में एक कार्यक्रम के तहत (लगभग सात दिन) पुनर्वास में रहना होगा।’’ इसरो ने शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा के लिए लगभग 550 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। यह एक ऐसा अनुभव है, जो अंतरिक्ष एजेंसी को अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम ‘गगनयान’ की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने में मदद करेगा।

इसे भी पढ़ें: Taiwan के सैन्य अभ्यास के जवाब में चीन ने दिखाए 'टैंक बोट्स', समुद्री युद्धाभ्यास का वीडियो वायरल

‘गगनयान’, 2027 में कक्षा में स्थापित होगा। इसरो के फ्लाइट सर्जन निजी चिकित्सा/मनोवैज्ञानिक सत्रों में भागीदारी के माध्यम से अंतरिक्ष यात्री शुक्ला के समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती की निरंतर निगरानी कर रहे हैं। इसरो ने बताया, “गगनयात्री शुभांशु का स्वास्थ्य अच्छा है और वह उत्साह से लबरेज हैं।” शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के भारतीय समयानुसार अपराह्न दो बजकर 25 मिनट पर ‘क्रू ड्रैगन’ अंतरिक्ष यान में सवार होने, अपने अंतरिक्ष सूट पहनने और पृथ्वी की यात्रा शुरू करने से पहले आवश्यक जांच कराने की उम्मीद है।

अंतरिक्ष स्टेशन 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। अंतरिक्ष यान स्वचालित रूप से आईएसएस से अलग होने की प्रक्रिया शुरू करेगा, ताकि धीरे-धीरे गति धीमी हो सके और कैलिफोर्निया में पानी में उतरने (स्पलैशडाउन) के लिए पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश कर सके। नासा ने एक बयान में बताया, “ड्रैगन’ अंतरिक्ष यान 580 पाउंड से अधिक सामान के साथ वापस आएगा, जिसमें नासा हार्डवेयर और पूरे मिशन के दौरान किए गए 60 से अधिक प्रयोगों का डेटा शामिल है।”

नासा के मुताबिक,‘एक्सिओम-4’ मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हम कॉकटेल और अच्छे लोगों के साथ अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने आखिरी कुछ दिनों का आनंद ले रहे हैं।” पैगी ने पोस्ट में कहा कि शुक्ला गाजर का हलवा और आमरस लेकर आये हैं।

All the updates here:

अन्य न्यूज़