संसद भवन के उद्घाटन पर राजनीतिक बवाल के बीच हरदीप पुरी ने साधा कांग्रेस पर निशाना, बोले- अपने पाखंड को सही ठहराने...

Hardeep Puri
ANI
अंकित सिंह । May 23 2023 12:29PM

केद्रीय मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि दुखद है कि राष्ट्रीय पार्टी होने का दावा करने वाली कांग्रेस में भारत की प्रगति में राष्ट्रीय भावना और गर्व की भावना का अभाव है। उन्होंने कहा कि अतीत में माननीय राष्ट्रपति के बारे में अपने नेताओं द्वारा की गई अभद्र टिप्पणियों के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष अब उनके चुनाव पर अनावश्यक टिप्पणियां कर रहे हैं!

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन की आलोचना करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि न्यू पार्लियामेंट बिल्डिंग की आलोचना करने और इसकी आवश्यकता पर सवाल उठाने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य योग्य लोग अब संविधान के एक लेख को उदारतापूर्वक गलत तरीके से गलत तरीके से पेश करके गोलपोस्ट को स्थानांतरित कर रहे हैं! इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अतीत में माननीय राष्ट्रपति के बारे में अपने नेताओं द्वारा की गई अभद्र टिप्पणियों के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष अब उनके चुनाव पर अनावश्यक और अनावश्यक टिप्पणियां करती हैं!

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केद्रीय मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि दुखद है कि राष्ट्रीय पार्टी होने का दावा करने वाली कांग्रेस में भारत की प्रगति में राष्ट्रीय भावना और गर्व की भावना का अभाव है। उन्होंने कहा कि अतीत में माननीय राष्ट्रपति के बारे में अपने नेताओं द्वारा की गई अभद्र टिप्पणियों के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष अब उनके चुनाव पर अनावश्यक टिप्पणियां कर रहे हैं! इसके साथ ही कांग्रेस को पाखंड से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि वे 24 अक्टूबर 1975 के दिन को याद करें, जिस दिन श्रीमती इंदिरा गांधी ने संसदीय एनेक्सी का उद्घाटन किया था, तो उन्हें बेहतर महसूस करना चाहिए! या फिर 15 अगस्त 1987 को जब राजीव गांधी ने पार्लियामेंट लाइब्रेरी की नींव रखी थी!

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हरदीप सिंह पुरी ने साफ तौर पर कहा कि अब अपने पाखंड को सही ठहराने के लिए लेख खोजने के बजाय वे सिर्फ मुस्कुरा क्यों नहीं सकते और इस महत्वपूर्ण उपलब्धि और महानता की ओर भारत के साथ जुड़ सकते हैं! इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘‘वह (राष्ट्रपति मुर्मू) भारत की प्रथम नागरिक हैं। उनके द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक औचित्य के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा।’’ खरगे ने ट्वीट किया, ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने दलित और आदिवासी समुदायों से राष्ट्रपति इसलिए चुना ताकि राजनीतिक लाभ लिया जा सके। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी इस समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया जा रहा है।

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