बिजली संकट पैदा होने की आशंकाओं के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने की उच्च स्तरीय बैठक, प्रह्लाद जोशी समेत कई मंत्री रहे मौजूद
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बैठक गृह मंत्रालय में हुई जिसमें देश में चल रहे कोयले और बिजली की स्थिति के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा हुई। माना जा रहा है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में चार मंत्रियों ने बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता और वर्तमान बिजली मांगों पर चर्चा की।
नयी दिल्ली। देशभर में बिजली संकट पैदा होने की आशंकाओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बिजली मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी समेत कई लोग मौजूद रहे। इस बैठक में कोयला संकट के विषय पर विस्तृत चर्चा हुई।
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एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बैठक गृह मंत्रालय में हुई जिसमें देश में चल रहे कोयले और बिजली की स्थिति के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा हुई। माना जा रहा है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में चार मंत्रियों ने बिजली संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता और वर्तमान बिजली मांगों पर चर्चा की।
आपको बता दें कि अखिल भारतीय बिजली इंजीनियर महासंघ (एआईपीईएफ) ने देशभर के कोयला-आधारित बिजली उत्पादन संयंत्रों में कोयले की समुचित आपूर्ति नहीं होने से आने वाले दिनों में बिजली संकट पैदा होने की आशंका जताई। जिसके बाद तत्काल प्रभाव से केंद्रीय गृह मंत्री ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की।
Delhi | Union Home Minister Amit Shah held a meeting with Power Minister RK Singh, Coal Minister Pralhad Joshi and Railway Minister Ashwini Vaishnav, amid reports of the ongoing coal and power situation across the country. pic.twitter.com/Cwwm0dnc69
— ANI (@ANI) April 19, 2022
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कई विद्युत स्टेशनों में गंभीर स्थिति में है कोयला भंडार
एआईपीईएफ के प्रवक्ता वीके गुप्ता ने बताया था कि तापीय विद्युत संयंत्रों को कोयले की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित न किए जाने पर देश को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। बयान में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) की नवीनतम दैनिक कोयला रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि घरेलू कोयले का इस्तेमाल करने वाले कुल 150 ताप-विद्युत स्टेशनों में से 81 में कोयले का भंडार गंभीर स्थिति में है। निजी क्षेत्र के ताप विद्युत संयंत्रों की स्थिति भी उतनी ही खराब है, जिनके 54 में से 28 संयंत्रों में कोयले का भंडार गंभीर स्थिति में है।
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