जानिए गृह मंत्री अमित शाह ने सिद्धगंगा मठ में आखिर क्यों किया अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र ?

Amit Shah
प्रतिरूप फोटो

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं तीसरी बार सिद्धगंगा मठ के अंदर आया हूं और जब भी यहां आया हूं तब यहां से मैं ऊर्जा, चेतना और उत्साह लेकर गया हूं। अटल जी जब यहां आए थे तब उन्होंने कहा था कि उत्तर में गंगा और दक्षिण में सिद्धगंगा।

बेंगलुरू। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कर्नाटक के तुमकुरु में सिद्धगंगा मठ के श्री शिवकुमार स्वामीजी की 115वीं जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, महासचिव सीटी रवि, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समेत इत्यादि नेता मौजूद रहे। इसी बीच अमित शाह ने कहा कि शिवकुमार स्वामीजी ने अपने कर्म से संदेश दिया जो युगों-युगों तक आगे याद रहने वाला है, मठ पर जो भी आता है वो कभी भी भूखा वापस नहीं जाता है। 

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं तीसरी बार सिद्धगंगा मठ के अंदर आया हूं और जब भी यहां आया हूं तब यहां से मैं ऊर्जा, चेतना और उत्साह लेकर गया हूं। हमारा देश बहुत पुरातन देश है। कई सारे तीर्थ स्थान देशभर में फैले हुए हैं। इसी बीच उन्होंने कहा कि अटल जी जब यहां आए थे तब उन्होंने कहा था कि उत्तर में गंगा और दक्षिण में सिद्धगंगा। सिद्धगंगा मठ में आने से अनेक जन्मों के पुण्य कर्मों की जागृति होती है।

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उन्होंने कहा कि सिद्धगंगा बहुत बड़ा तीर्थ है। यह एक ऐसा आध्यात्मिक स्थल हैं जो एक तपस्वी के तप से, एक कर्मयोगी के कर्म से और एक धार्मिक जीवन जीने वाले संत से बना है। उन्होंने कहा कि श्री शिवकुमार स्वामीजी 1930 में मठ के प्रमुख बने और जीवन के अंतिम सांस तक मठ के माध्यम से अनेक लोगों का उद्घार किया।

यहां सुने पूरा संबोधन:- 

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