एन-32 विमान हादसे की जांच कर सुनिश्चित करेंगे ऐसा फिर न हो : वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख बी.एस. धनोआ ने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश में, इलाके बेहद दुर्गम हैं और वहां अधिकतर बादल छाए रहते हैं...जब आप उस क्षेत्र में बादलों वाले ऐसे मौसम में उड़ान भरते हैं, तो वहां दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
हैदराबाद। वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने शनिवार को कहा कि भारतीय वायु सेना अरुणाचल प्रदेश में हाल में दुर्घटनाग्रस्त हुए एएन-32 विमान हादसे के कारणों का पता लगाकर यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसे हादसे फिर नहीं हों। उनकी यह टिप्पणी अरुणाचल प्रदेश के दूर-दराज के इलाके में वायुसेना के विमान का मलबा मिलने के कुछ दिन बाद आई है। हादसे के वक्त विमान में 13 लोग सवार थे और सभी की मौत हो गई।
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उन्होंने यहां के पास डूंडीगल में वायुसेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड से इतर संवाददाताओं से कहा, “हमें फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिल गए हैं...हम इस बात की विस्तृत जांच करेंगे कि क्या हुआ और यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा दुबारा नहीं हो।”
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Air Force Chief BS Dhanoa says, data of voice recorders of crashed AN-32 aircraft being analysed to prevent recurrence of such incidents.
— All India Radio News (@airnewsalerts) June 15, 2019
News in detail:https://t.co/ybE3QA7L9R
वह अरुणाचल प्रदेश में एएन-32 परिवहन विमान हादसे से संबंधित एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश में, इलाके बेहद दुर्गम हैं और वहां अधिकतर बादल छाए रहते हैं...जब आप उस क्षेत्र में बादलों वाले ऐसे मौसम में उड़ान भरते हैं, तो वहां दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। रूसी मूल का यह विमान तीन जून की दोपहर असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के लिये उड़ान भरने के करीब 33 मिनट बाद लापता हो गया था।
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