सेना ने J&K के निवासियों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने को कहा

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सेना ने कहा कि 20 अप्रैल को हुए हमले की जांच में सामने आये नामों को देख कर उसे कुछ अविश्वसनीय चीजें पता चली। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दावा किया था कि उन्होंने हमले की घटना से पहले आतंकवादियों को शरण देने को लेकर छह स्थानीय लोगों को गिरफ्तार कर पुंछ आतंकी साजिश का खुलासा किया है।

जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में थलसेना के एक ट्रक पर आतंकवादियों द्वारा घात लगा कर किये गये हमले के कुछ दिनों बाद शनिवार को इसने (सेना ने) किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में लोगों को तुरंत सुरक्षा बलों को सूचना देने और आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने से दूर रहने को कहा। सेना ने कहा कि 20 अप्रैल को हुए हमले की जांच में सामने आये नामों को देख कर उसे कुछ अविश्वसनीय चीजें पता चली। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दावा किया था कि उन्होंने हमले की घटना से पहले आतंकवादियों को शरण देने को लेकर छह स्थानीय लोगों को गिरफ्तार कर पुंछ आतंकी साजिश का खुलासा किया है।

सेना ने कहा कि पाकिस्तान, जम्मू कश्मीर में शांति नहीं चाहता और हमेशा इसमें विघ्न डालने की फिराक में रहता है, चाहे यह साम्प्रदायिक अशांति के जरिये हो या युवाओं को मादक पदार्थों की आपूर्ति कर। सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘लोगों को भविष्य में इस तरह की गतिविधियों सेदूर रहना चाहिए। यदि इलाके में कोई व्यक्ति संदिग्ध स्थिति में घूमता मिले तो लोगों को तुरंत सेना को इस बारे में सूचना देनी चाहिए...।’’ इसमें कहा गया है कि क्षेत्र में शांति कायम रखने के लिए लोग भी समान रूप से जिम्मेदार हैं। इस बीच, पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों के एक सहयोगी के खिलाफ राजौरी जिले में जन सुरक्षा कानून के तहत शनिवार को एक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि आतंकी गतिविधियों में मदद करने को लेकर थानामंडी तहसील के भांगई गांव निवासी वकार हुसैन बरजन के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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