बकरीद पर छूट, भूमि पूजन के दिन कड़ाई, बंगाल में तृष्टीकरण पर सियासत गरमाई

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अभिनय आकाश । Aug 6 2020 2:51PM

अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने की खुशी में पश्चिम बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन के बीच राम भक्तों ने उत्सव मनाया। इसे लेकर लॉकडाउन का पालन कराने में जुटी पुलिस और उनके बीच राज्य में कई जगहों पर झड़पें हो गईं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बकरीद पर लॉकडाउन में राहत दी।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम एक ऐतिहासिक परिघटना के रूप में दर्ज हो चुका है। संपूर्ण देश राममयी और भक्ति की धुन में सरोबर हो गया। राम मंदिर की नींव रखे जाने का जोश सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई हिस्सों में देखा गया। इधर अयोध्या में राम मंदिर का पूजन हुआ, उधर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वेयर पर बिलबोर्ड पर भगवान राम के साथ राम मंदिर दिखाया गया। अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने की खुशी में पश्चिम बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन के बीच राम भक्तों ने उत्सव मनाया। इसे लेकर लॉकडाउन का पालन कराने में जुटी पुलिस और उनके बीच राज्य में कई जगहों पर झड़पें हो गईं। पुलिस के मुताबिक, लॉकडाउन उल्लंघन के चलते राज्य के अलग-अलग हिस्सों से कुल 3,400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 850 लोग शहर से ही गिरफ्तार किए गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी मिदनापुर जिले के खड़गपुर, उत्तरी 24 परगना के नारायणपुर और उत्तरी बंगाल के अलीपुरद्वार समेत कुछ जगहों से झड़प की सूचना है। उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने खड़गपुर में जुलूस निकाला, जिसे पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद झड़प हो गई। अधिकारी ने कहा, मार्च को आगे बढ़ने से रोके जाने पर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।  

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मिठाई का आर्डर रद्द

पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन लागू किए जाने से मिठाई दुकानों को खासा नुकसान हुआ है क्योंकि उन्हें बहुत सारे ऑर्डर रद करने पड़े हैं। जानकारी के मुताबिक पड़ोसी हुगली जिले के रिसड़ा में एक प्रसिद्ध मिठाई की दुकान फेलू मोदक को भूमि पूजन के मद्देनजर एक खास किस्म की मिठाई का बड़ा ऑर्डर मिला था लेकिन उसे लॉकडाउन के कारण रद करना पड़ा।

टीएमसी-बीजेपी ने एक-दूसरे पर उठाए सवाल

तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता तापस चटर्जी ने कहा, भाजपा इलाके में शांति भंग करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें रोक दिया। भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस की बर्बरता राज्य सरकार की हिंदू-विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। घोष ने कहा, हम बीते कई दिन से पूर्ण लॉकडाउन की तारीख बदलने का अनुरोध कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।  

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ममता का भाई-चारे का संदेश, धनखड़ ने तुष्टिकरण की नीति बताया

ममता बनर्जी ने सम्प्रदायों के बीच विविधता में एकता की पुरातन परंपरा को बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया है, हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई! मेरा भारत महान, महान हमारा हिंदुस्तान। हमारे देश को विविधता में एकता की सदियों पुरानी विरासत को सदैव बरकरार रखना चाहिये और हमें अंतिम सांस तक इसकी रक्षा करनी है। पश्चिन बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस बात को लेकर आश्चर्य भी जताया कि क्या मुख्यमंत्री बनर्जी अपनी तुष्टिकरण की नीति के कारण ‘‘चुप’’ हैं।  

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बकरीद पर छूट, भूमिपूजन के दिन लॉकडाउन  

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बकरीद पर लॉकडाउन में राहत दी। बता दें कि राज्य में हफ्ते में होने वाले दो दिन के लॉकडाउन को 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस फैसले के बाद राज्य की ममता बनर्जी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी। विपक्ष के अलावा सोशल मीडिया पर जनता तक इस बात को कहती दिखी कि ममता ने जो भी किया है वो मुस्लिम हितों को ध्यान में रखकर अपने राजनीतिक हितों के लिए किया है।  

बीजेपी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि टीएमसी सरकार अयोध्या में भूमि पूजन के दिन लॉकडाउन लगाकर ‘‘हिन्दू भावनाओं का तिरस्कार कर रही है।’’ बीजेपी के द्वारा लॉकडाउन की तिथि में बदलाव का अनुरोध किया गया था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में भगवान राम के श्रद्धालु बेहद साधारण तरीके से खुशियां मनाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।  

बहरहाल, 2021 में पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं। क्या भाजपा क्या तृणमूल कांग्रेस   सभी ने तैयारियां अभी से तेज कर दी हैं। ममता बनर्जी को भी लग गया है कि ये मुस्लिम वोटर्स ही होंगे जो बीच मझधार में फंसी उनकी नैया के खिवैया होंगे इसलिए उनको रिझाना बहुत ज़रूरी है। अगर ममता वाक़ई राज्य में कोरोना के लिए फिक्रमंद होतीं तो तुष्टिकरण को ताख पर रखकर एक ऐसा फैसला लेतीं जो निष्पक्ष होता।  

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