विरोधी निष्पक्षता पर करते रहे वार, अरोड़ा ने संभाला A-WEB के अध्यक्ष का कार्यभार
भारतीय निर्वाचन आयोग जिसे चुनाव आयोग के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वायत्त संवैधानिक निकाय है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करता है। यह देश में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव का संचालन करता है। वर्तमान में सुनील अरोड़ा मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। लेकिन कभी ईवीएम कभी बैलेट पेपर और कभी आदर्श आचार संहिता मामले में सत्ताधारी पार्टी को छूट देने और स्वतंत्रता खो चुकने जैसे आरोप लगाए जाने के बाद देश में चुनाव आयोग की विश्सवसनीयता पर सवाल और अराजक माहौल बनाने की कोशिश लगातार होती रही।
एक कहावत है चोली दामन का साथ होना। वैसे तो इस कहावत का इस्तेमाल कई जगहों पर होता है। लेकिन इस कहावत का खुद का अपना झुकाव चुनाव और उसको कराने की जिम्मेदारी उठाने वाले आयोग की तरफ सबसे ज्यादा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौर से अब तक लगातार चुनाव आयोग को लेकर विवाद होता रहा। आयोग की निष्पक्षता लगातार विपक्षियों के सवालों के कटघरे में रही। लेकिन देश में विरोध की विसंगत आवाजों को धता बताते हुए भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने मंगलवार को एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज के अध्यक्ष का पद संभाल लिया। अरोड़ा को यह पद बेंगलुरु में चल रही एसोसिएशन की चौथी महासभा बैठक में दिया गया। अरोड़ा इस पद पर दो साल (2019-2021) तक रहेंगे। अरोड़ा ने रोमानिया के लोन मिंकू राडूलेस्कू की जगह ली है। इस महासभा में 50 देशों के 120 प्रतिनिधि शामिल हुए।
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