विरोधी निष्पक्षता पर करते रहे वार, अरोड़ा ने संभाला A-WEB के अध्यक्ष का कार्यभार

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अभिनय आकाश । Sep 4 2019 3:51PM

भारतीय निर्वाचन आयोग जिसे चुनाव आयोग के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वायत्त संवैधानिक निकाय है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करता है। यह देश में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव का संचालन करता है। वर्तमान में सुनील अरोड़ा मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। लेकिन कभी ईवीएम कभी बैलेट पेपर और कभी आदर्श आचार संहिता मामले में सत्ताधारी पार्टी को छूट देने और स्वतंत्रता खो चुकने जैसे आरोप लगाए जाने के बाद देश में चुनाव आयोग की विश्सवसनीयता पर सवाल और अराजक माहौल बनाने की कोशिश लगातार होती रही।

एक कहावत है चोली दामन का साथ होना। वैसे तो इस कहावत का इस्तेमाल कई जगहों पर होता है। लेकिन इस कहावत का खुद का अपना झुकाव चुनाव और उसको कराने की जिम्मेदारी उठाने वाले आयोग की तरफ सबसे ज्यादा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौर से अब तक लगातार चुनाव आयोग को लेकर विवाद होता रहा। आयोग की निष्पक्षता लगातार विपक्षियों के सवालों के कटघरे में रही। लेकिन देश में विरोध की विसंगत आवाजों को धता बताते हुए भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने मंगलवार को एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज के अध्यक्ष का पद संभाल लिया। अरोड़ा को यह पद बेंगलुरु में चल रही एसोसिएशन की चौथी महासभा बैठक में दिया गया। अरोड़ा इस पद पर दो साल (2019-2021) तक रहेंगे। अरोड़ा ने रोमानिया के लोन मिंकू राडूलेस्कू की जगह ली है। इस महासभा में 50 देशों के 120 प्रतिनिधि शामिल हुए।

क्या है ए-डब्ल्यूईबी?

ए-डब्ल्यूईबी विभिन्न देशों का एक चुनावी प्रबंधन निकाय है, जो एक-दूसरे के साथ काम करते हैं और चुनाव प्रबंधन के गुर सीखते हैं। 109 देशों के 115 चुनावी प्रबंधन निकाय इसके सदस्य हैं। साथ ही 20 अंतरराष्ट्रीय संगठन इसके सहयोगी सदस्य हैं। अरोड़ा ने कहा, ए-डब्ल्यूईबी असल में चुनावी प्रबंधन को मजबूत करने के लिए एक वैश्विक संगठन बन गया है।

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कौन हैं सुनील अरोड़ा

सुनील अरोड़ा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1980 बैच के राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। बतौर चुनाव आयुक्त अरोड़ा की नियुक्ति 31 अगस्त 2017 को हुई थी। राजस्थान में प्रशासनिक सेवा के दौरान विभिन्न जिलों में तैनाती के अलावा 62 वर्षीय अरोड़ा ने केंद्र सरकार में सूचना एवं प्रसारण सचिव और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया। 1993 से 1998 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री के सचिव और 2005 से 2008 तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रहे हैं।

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भारतीय निर्वाचन आयोग जिसे चुनाव आयोग के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वायत्त संवैधानिक निकाय है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करता है। यह देश में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव का संचालन करता है। वर्तमान में सुनील अरोड़ा मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। लेकिन कभी ईवीएम कभी बैलेट पेपर और कभी आदर्श आचार संहिता मामले में सत्ताधारी पार्टी को छूट देने और स्वतंत्रता खो चुकने जैसे आरोप लगाए जाने के बाद देश में चुनाव आयोग की विश्सवसनीयता पर सवाल और अराजक माहौल बनाने की कोशिश लगातार होती रही। हार के डर से निष्पक्ष चुनाव बर्दाश्त नहीं करने की खीझ से विरोधियों के लगाए गए आरोपों के बावजूद दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की चुनावी प्रक्रिया संपन्न कराने वाले आयोग के मुखिया को दुनिया ने सिर-आंखों पर बिठाया है। नतीजे अपने पक्ष में नहीं आने पर बौखलाए विपक्षी दलों के नेता हारने के बाद यह तय कर लें तो वो ईवीएम को भी चुनौती देंगे और चुनाव आयोग को भी। बहरहाल, सुनील अरोड़ा अब दुनिया को चुनावी गुर सिखाएंगे जो देश और आयोग के लिए भी गर्व की बात है। 

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