जम्मू कश्मीर में बन रही है एशिया की सबसे लंबी सुरंग, क्यों सेना के लिए है अहम?
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संघ शासित क्षेत्रों में इन 31 सुरंग के निर्माण पर कुल 1.4 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं 14.15 किलोमीटर की जोजिला सुरंग एशिया की दुतरफा रास्ते वाली सबसे लंबी सुरंग होगी। जोजिला सुरंग की की परियोजना लागत 4,600 करोड़ रुपये है।
आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू कश्मीर में श्रीनगर- लेह राजमार्ग पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जैड-मोड़ और जोजिला सुरंग का निरिक्षण किया। कहा जा रहा है कि त समय से दो साल पहले ही इसका काम पूरा हो जाएगा। नितिन गडकरी ने श्रीनगर- लेह राजमार्ग पर बनाई जा रही 6.5 किलोमीटर की जेड-मोड़ सुरंग के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की। यह सुरंग रणनीतिक दृष्टि से काफी महत्वूपर्ण है। इस मौके पर गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय जम्मू-कश्मीर में 32 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली 20 सुरंगों का निर्माण कर रहा है। इसके अलावा लद्दाख में 20 किलोमीटर की 11 सुरंग का निर्माण चल रहा है।
एशिया की सबसे लंबी सुरंग
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संघ शासित क्षेत्रों में इन 31 सुरंग के निर्माण पर कुल 1.4 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। वहीं 14.15 किलोमीटर की जोजिला सुरंग एशिया की दुतरफा रास्ते वाली सबसे लंबी सुरंग होगी। जोजिला सुरंग की की परियोजना लागत 4,600 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद सर्दियों में रास्ता बंद होने की परेशानी दूर हो जाएगी। इसे इतनी उंचाई पर बनाई जाने वाली एशिया की सबसे लंबी सुरंग बताया गया है।
सेना के लिए अहम
यह सुरंग बनने के बाद श्रीनगर, द्रास, करगिल और लेह के इलाके हर मौसम में जुड़े रहेंगे। रणनीतिक रूप से भी यह बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस रोड के जरिए सियाचिन में तैनात जवानों को भी सप्लाई जाती है। सर्दियों में बाकी देश से कटे रहने वाले यह इलाके जब पूरे साल देश से जुड़ेंगे तो उनका विकास तेजी से होगा।
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