पैरा एथलीट निषाद कुमार को एक करोड़ रुपए देने की घोषणा,अविनाश राय खन्ना के किया जयराम ठाकुर का धन्यवाद

Awinash Rai Khanna

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने इन खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया है वह एक अच्छा कदम है और इससे खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ता है। हिमाचल सरकार ने टोक्यो पैरालंपिक -2020 में सिल्वर मेडल जीतने वाले हिमाचल के पैरा एथलीट निषाद कुमार को पुरस्कार के तौर पर एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की है ।

शिमला ।  भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं भारतीय पैरालंपिक समिति के मुख्य संरक्षक अविनाश राय खन्ना ने हिमाचल सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का हिमाचल के पैरा एथलीट निषाद कुमार को हाई जम्प में सिल्वर मेडल जीतने पर सरकार की ओर से एक करोड़ रुपए देने की घोषणा का धन्यवाद किया। 

 

 

 

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने इन खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया है वह एक अच्छा कदम है और इससे खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ता है।  हिमाचल सरकार ने टोक्यो पैरालंपिक -2020 में सिल्वर मेडल जीतने वाले हिमाचल के पैरा एथलीट निषाद कुमार को पुरस्कार के तौर पर एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की है । निषाद ऊना जिला के अंब उपमंडल की ग्राम पंचायत कटोहड़ कलां के बदाऊं गांव के रहने वाले हैं उन्होंने रविवार को पुरुष वर्ग में हाई जंप में सिल्वर मेडल जीता है । खन्ना ने कहा कि उन्हें खुशी है कि हिमाचल के बेटे ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारत का नाम रोशन किया है । 

 

 

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उन्होंने कहा जापान की राजधानी टोक्यो में चल रहे 2020 के पैरालंपिक खेलों में भारत ने रविवार को दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज सहित कुल तीन मेडल जीते। अभी तक भारत ने कुल 7 मेडल जीत लिए है। 

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भारत की अवनि लेखरा ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीत लिया है। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर स्पर्धा एसएच-1 में यह स्वर्ण पदक जीता। टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है। यह हमारे लिए एक एतिहासिक पल है। भारत के विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो की एफ़-52 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। वहीं भावनाबेन पटेल ने महिलाओं की एकल टेबल टेनिस प्रतियोगिता में रजत पदक जीता है। यह भारत के लिए गौरव की बात है।

 

 

पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले निषाद का परिवार गरीबी से भी जूझ रहा है। प्रशिक्षण के दौरान बेटे को खुराक की कमी न हो, इसके लिए पिता ने पैसे कमाने के लिए खेतों में सब्जियां उगानी शुरू कर दीं। माता ने भी मवेशी पालकर गाय-भैंस का दूध बेचने का काम किया। आज उनकी मेहनत का फल मिल गया। रविवार को पैरालंपिक में निषाद के रजत पदक जीतने पर उनके माता-पिता और बहन बेहद खुश हैं। पिता रछपाल सिंह ने कहा कि बेटे की मेहनत और प्रतिभा पर यकीन तो था, लेकिन पैरालंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिता का दबाव भी था।

 

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