हरियाणा में साइबर ठगी का बड़ा जाल बेनकाब, 91 बैंक शाखाएं म्यूल अकाउंट्स के घेरे में

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मंगलवार को करनाल और यमुनानगर में छापेमारी की गई, जहां एक बंद पड़ी कंपनी के चालू खाते से मार्च के बाद भी 43 लाख रुपये के लेनदेन पाए गए। इस खाते पर देशभर में आठ शिकायतें दर्ज हैं।

हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य की 91 बैंक शाखाओं की पहचान की है, जहां साइबर अपराधी कथित म्यूल अकाउंट के जरिये भारी लेन-देन कर रहे हैं। इनमें गुरुग्राम की 26 और नूंह की 24 शाखाएं शामिल हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

म्यूल अकाउंट ऐसा बैंक खाता होता है जिसका इस्तेमाल अपराधी अवैध धन को सफेद करने के लिए करते हैं। पुलिस के अनुसार, इन शाखाओं में केवाईसी नियमों की अनदेखी, खाते खोलने में प्रक्रियागत लापरवाही और बैंककर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि साइबर अपराध की विशेष टीमें इन शाखाओं के रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। मंगलवार को करनाल और यमुनानगर में छापेमारी की गई, जहां एक बंद पड़ी कंपनी के चालू खाते से मार्च के बाद भी 43 लाख रुपये के लेनदेन पाए गए। इस खाते पर देशभर में आठ शिकायतें दर्ज हैं।

वहीं, एक अन्य फर्जी पते पर खोले गए खाते से तीन माह में दो करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ, जिस पर 33 शिकायतें हैं। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि साइबर ठगी रोकने के लिए सख्त रणनीति बनाई गई है, जिसमें बैंक शाखाओं की निगरानी, संदिग्ध लेनदेन की तुरंत जांच और बैंक अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जा रही है। आईजी साइबर, शिबास कबीराज ने लोगों को सचेत किया कि वे किसी भी स्थिति में अपना ओटीपी, पिन या निजी दस्तावेज साझा न करें।

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