अभिषेक बनर्जी का दावा, त्रिपुरा में भाजपा और माकपा के विधायक टीएमसी के संपर्क में हैं

Abhishek Banerjee

बनर्जी ने कहा कि वह त्रिपुरा में 25 नवंबर को हुए नगर निकाय चुनावों से पहले और बाद में कई पार्टी कार्यकर्ताओं के आवास पर गए जिन पर सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े गुंडों ने हमला किया था। टीएमसी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा से न केवल त्रिपुरा में बल्कि देश के अन्य सभी हिस्सों में लड़ने के लिए काम कर रही है।

अगरतला। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को कहा कि त्रिपुरा की सत्तारूढ़ पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल के कई विधायक तृणमूल कांग्रेस के संपर्क में हैं और पार्टी में शामिल हो सकते हैं। रविवार को यहां पहुंचे बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘कई विधायकों और सत्तारूढ़ भाजपा तथा विपक्ष के अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों ने हमारी पार्टी में शामिल होने की इच्छा जतायी है। वे हमारे संपर्क में हैं। हमने स्पष्ट संदेश दिया है कि उन्हें बिना शर्त शामिल होना होगा और उन्हें उनके पिछले इतिहास, लोगों से संपर्क और लोगों के लिए निस्वार्थ काम करने की इच्छा के आधार पर चुना जाएगा।’’ 

इसे भी पढ़ें: कोरोना संक्रमितों की बढ़ोतरी के बाद बंगाल में 'मिनी लॉकडाउन', स्कूल-कॉलेज बंद, 50 फीसदी क्षमता से खुलेंगे ऑफिस

उन्होंने दावा किया कि टीएमसी इकलौती पार्टी है जो भाजपा के ‘‘कुशासन’’के खिलाफ लड़ सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘हम खून के आखिरी कतरे तक भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। त्रिपुरा में बर्बरता और गुंडागर्दी की कोई जगह नहीं है। हम आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने की तैयारी कर रहे हैं।’’ बनर्जी ने कहा कि वह त्रिपुरा में 25 नवंबर को हुए नगर निकाय चुनावों से पहले और बाद में कई पार्टी कार्यकर्ताओं के आवास पर गए जिन पर सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े गुंडों ने हमला किया था। टीएमसी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा से न केवल त्रिपुरा में बल्कि देश के अन्य सभी हिस्सों में लड़ने के लिए काम कर रही है। 

इसे भी पढ़ें: बंगाल ने स्कूल, कॉलेज बंद किए; कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति 50 प्रतिशत तक सीमित

बहरहाल, उन्होंने उन आरोपों से इनकार कर दिया कि टीएमसी की हाल की राजनीतिक गतिविधियां कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रही है और भाजपा को मदद पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी इकलौती पार्टी है जो राजनीतिक रूप से भाजपा से लड़ सकती है। हम किसी भी तरीके से कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते और यही वजह है कि हम उत्तर प्रदेश या पंजाब नहीं गए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़