आपदा काल में चुनावी रणनीति बनाने में व्यस्त है भाजपा: अखिलेश यादव

Akhilesh Yadav

आपदाकाल में गरीब, मजदूर और छोटे व्यापारी ठेली पटरी वाले सबसे ज्यादा त्रस्त हैं। रोज कमाने वालों की हालत बिगड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री आश्वासन भर दे रहे है। जमीनी हकीकत यह है कि फाइलो में ही राहत बंट रही है। घरेलू अर्थव्यवस्था को पूरी तरह भाजपा की गलत नीतियों ने बिगाड़ दिया है।

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा)अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर आपदा काल में चुनावी रणनीति बनाने में व्यस्त रहने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि लोकतंत्र में निर्लज्जता का ऐसा भद्दा प्रदर्शन और कहीं देखने को नहीं मिलेगा। अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा कोरोना और फंगस संक्रमण के दौर में भाजपा सरकार की प्रशासनिक अक्षमता और घोर लापरवाही के चलते न तो इलाज ठीक से हो पा रहा है और न हीं सम्मान के साथ अंतिम संस्कार। फिर भी पूरे दुस्साहस के साथ, प्रधानमंत्री जी के साथ प्रदेश भाजपा नेतृत्व, चुनावों की रणनीति बनाने में सिर खपा रहा है। लोकतंत्र में निर्लज्जता का ऐसा भद्दा प्रदर्शन कहीं देखने को नहीं मिलेगा। 

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उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना संक्रमण और फंगस से मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालात बद से बदतर हैं ही, राजधानी तथा अन्य शहरों में भी आवश्यक जीवनरक्षक दवाओं और इंजेक्शन के अभाव में मरीज तड़प रहे हैं। मुख्यमंत्री बड़े-बड़े दावे करते घूम रहे हैं, घर में लगी आग उन्हें दिखाई नहीं पड़ रही है।’’ अखिलेश ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान छोटे कारोबारियों और दुकानदारों की दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आपदाकाल में गरीब, मजदूर और छोटे व्यापारी ठेली पटरी वाले सबसे ज्यादा त्रस्त हैं। रोज कमाने वालों की हालत बिगड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री आश्वासन भर दे रहे है। जमीनी हकीकत यह है कि फाइलो में ही राहत बंट रही है। घरेलू अर्थव्यवस्था को पूरी तरह भाजपा की गलत नीतियों ने बिगाड़ दिया है।’’ 

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पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘राजधानी लखनऊ में घर खर्च चलाने के लिए लोग गहने गिरवी रख रहे हैं। इलाज के महंगे खर्च ने भी लोगों की कमर तोड़ दी है। भाजपा को बस स्वार्थी राजनीति और झूठे प्रचार से मतलब है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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