राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की रेप टिप्पणी पर विवाद, बीजेपी ने कहा- 'शर्मनाक'

Ashok Gehlot
ANI

भाजपा ने बलात्कार कानून से जुड़े मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की आलोचना की है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। शेखावत ने कहा, ‘‘अशोक गहलोत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले तीन साल में राजस्थान मासूम बच्चियों पर अत्याचार का केंद्र बना हुआ है।

जयपुर। भाजपा ने रविवार को बलात्कार कानून को लेकर दिये गये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की आलोचना की और आरोप लगाया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री राज्य में मासूम बच्चियों के खिलाफ अत्याचार की बढ़ती घटनाओं को रोकने में अपनी सरकार की विफलतों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। शेखावत ने कहा, ‘‘अशोक गहलोत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले तीन साल में राजस्थान मासूम बच्चियों पर अत्याचार का केंद्र बना हुआ है।

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इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये विवादित बयान देकर मुद्दे को तूल दिया जा रहा है।’’ राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि फांसी की सजा के प्रावधान से बलात्कार के बाद हत्या की घटनाओं के बढ़ने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, जो गृह विभाग के मुखिया भी हैं, बेतुके बयान देकर राज्य में बढ़ते बलात्कार के मामलों में अपनी सरकार की नाकामी से बच नहीं सकते है।

गहलोत ने शुक्रवार को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए महंगाई, अग्निवीर योजना, भ्रष्टाचार, लोकतंत्र, बेरोजगारी और अपराध जैसे विभिन्न मुद्दो पर बात की थी। उन्होंने कहा कि, ‘‘निर्भया कांड के बाद बलात्कार के दोषियों के लिए फांसी का नया कानून आ गया, जिसके कारण बलात्कार बाद होने वाली हत्या की घटनाओं में इजाफा हुआ है। बलात्कार करने वाला, अब देखता है कि यह तो कल मेरे खिलाफ गवाह बन जायेगी और बच्चियों की हत्या कर देता है। पूरे देश में यह एक खतरनाक रुझान दिख रहा है, जैसी की रिपोर्ट आ रही है।’’ उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपियों को मौत की सजा का प्रावधान करने का कानून बनाया गया था। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से मासूम बच्चियों से बलात्कार की घटनाओं पर लगाम लगाने में नामाक रहने वाले मुख्यमंत्री अब फांसी की सजा के प्रावधान का विरोध कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा, ‘‘ अगर आपमें इस कानून के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने की हिम्मत है, तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।’’ राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में प्रतिदिन 16 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन गहलोत ने कहा कि बलात्कार के 48 प्रतिशत मामले झूठे हैं।

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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार इस तरह की बयानबाजी कर बलात्कारियों का मनोबल तोड़ने की बजाय, उनका मनोबल बढ़ाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी शशिकांत शर्मा ने कहा कि ‘‘उन्होंने (गहलोत) ने बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ते अपराधों पर बयान दिया था, जिसे भाजपा के आईटी सेल ने विकृत तरीके से पेश किया है।’’ गहलोत का एक वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए जयपुर में उनके एक अन्य ओएसडी लोकेश शर्मा ने कहा, ‘‘सुनो और समझो …. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देशभर में बलात्कार पीडितों की हत्या के बढ़ते चलन पर चिंता जताई है। उन्होंने जिस अंदाज में बात की, उसे बिना किसी कारण के विवाद का विषय बनाया जा रहा है, उन्होंने इसे एक खतरनाक चलन बताया, जो सभी के लिये चिंता का विषय है।

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