धार्मिक आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण कर रही है भाजपा सरकार: गोगोई
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोगोई की यह टिप्पणी राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्व सरमा के यह दावा करने के कुछ दिनों बाद आयी है कि यदि नागरिकता विधेयक पारित नहीं हुआ तो असम ‘‘जिन्ना के रास्ते’’ पर जाएगा।
गुवाहाटी। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने नागरिकता विधेयक के लोकसभा में पारित होने को असम और देश के लिए ‘‘काला दिन’’ बताया और भाजपा सरकार पर देश का धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया। गोगोई ने बुधवार को कहा, ‘‘विधेयक पारित करके भाजपा सरकार ने नागरिकों का हिंदुओं और मुस्लिमों के तौर पर ध्रुवीकरण किया है और देश को विभाजित करने की (मोहम्मद अली) जिन्ना की राजनीति को स्वीकार किया है।’’
The process of NRC has turned futile with the passage of the Citizenship Amendment Bill. The centres for the NRC should be shut down as they are of no use now. The BJP is now in favour of illegal immigrants from Bangladesh by passing the Citizenship Bill.https://t.co/3SNKAShQh1
— Tarun Gogoi (@tarun_gogoi) January 9, 2019
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोगोई की यह टिप्पणी राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्व सरमा के यह दावा करने के कुछ दिनों बाद आयी है कि यदि नागरिकता विधेयक पारित नहीं हुआ तो असम ‘‘जिन्ना के रास्ते’’ पर जाएगा। गोगोई ने असम समझौते की ओर इशारा किया जो उल्लेख करता है कि 24 मार्च 1971 के बाद राज्य में अवैध रूप से प्रवेश करने वालों को विदेशी घोषित किया जाएगा।
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उन्होंने कहा, ‘‘विदेशियों की धर्म के आधार पर पहचान नहीं की जाती। हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यह हमारे संविधान की प्रस्तावना में है। भाजपा सांसदों, विधायकों ने तदनुसार शपथ ली। विधेयक को धार्मिक आधार पर पारित करके उन्होंने अपनी शपथ का अपमान किया है। उनके और जिन्ना के बीच क्या अंतर है जिसने भारत का बंटवारा धर्म के आधार पर किया?’’
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