ड्रामेबाज पार्टी है BJP, न राम से मतलब और न ही रहमान से: संजय सिंह

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[email protected] । Nov 26 2018 2:44PM

भाजपा के नेता व कार्यकर्ताओं ने अयोध्या में जनसभाओं से भगवान राम के मंदिर के नाम पर राजनीति शुरू कर दी है। इसी मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा में सांसद संजय सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी बहुत ही ड्रामेबाज पार्टी है।

नयी दिल्ली। भाजपा के नेता व कार्यकर्ताओं ने अयोध्या में जनसभाओं से भगवान राम के मंदिर के नाम पर राजनीति शुरू कर दी है। इसी मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा में सांसद संजय सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी बहुत ही ड्रामेबाज पार्टी है। उनको न तो राम से कोई लेना देना है और न ही रहमान से। इसी के साथ उन्होंने कहा कि उनको इस देश कि अमन, चैन और शांति से भी कोई  लेना देना नहीं है। उनको सिर्फ और सिर्फ चुनाव और वोट के लिए रामलला की याद आ रही है। जैसे ही चुनाव बीत जायेगा ये अपने पुराने नारे रामलला  है टाट में, मोदी जी हैं ठाठ में को अंगीकार कर लेंगे। पूरा देश देख रहा है कि राम के नाम पर पिछले 30 सालों से देश की राजनीति में दंगे, फसाद, लड़ाई, झगड़े, बँटवारे कराने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है। अच्छी बात ये है कि लोग अब इस पैटर्न को समझने लगे हैं। 

सिंह ने वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुआ कहा कि मेरा तो सबसे बड़ा सवाल ये है कि यह देश कानून, संविधान और न्यायलय के अनुसार चलेगा या जंगलराज के कानून से। जिस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ-पत्र देकर मस्जिद तुड़वाने का काम किया है, जिस पार्टी ने आज भी सुप्रीम कोर्ट को चुनौती देने का काम किया है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला चाहे जो आये हम तो मंदिर बना के रहेंगे। इनके विधायक खुले आम कहते हैं कि संविधान कि धज्जियाँ उड़ा दी जाएँगी लेकिन हम मंदिर बनायेंगे। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के संविधान का कोई महत्व है कि नहीं इस देश में यह बात देश के लोगों को तय करनी होगी। इस बात को तय करना होगा कि जब मामला देश के सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है तो क्या किसी पार्टी या उसके सरकार के संरक्षण में खुले आम दंगा-फसाद, उपद्रव और हिंसा फ़ैलाने की छूट दी जा सकती है

सांसद सिंह ने कहा कि मै अयोध्या के बगल का रहने वाला हूँ और कल से मेरे पास कई वहाँ के कई लोगों के फोन आये जिसमें ज्यादातर हिन्दू थे। वो कह रहे हैं कि मुझे अपने घर में भी जाने नहीं दिया जा रहा है। तो अयोध्या के लोगों का अपने घर में ही एंट्री बंद हो गई है। लखनऊ से लोग बता रहे हैं कि बाइक पर रैलियाँ निकाली जा रही है और उसमें भाजपा के नेताओं द्वारा उग्र नारे लगायें जा रहें हैं। सिंह ने आगे कहा कि हमारे बच्चे आज डर के साये में जी रहे हैं। पूरा उत्तरप्रदेश आज दहशत की स्थिति में है। आप फिर से उत्तरप्रदेश में दंगे-फसाद की राजनीति करना चाहते हैं। आपको राम से कोई मतलब नहीं है, आपको मंदिर से कोई मतलब नहीं है, आपको हिन्दू धर्म से कोई मतलब नहीं है। 

उन्होंने कहा कि जो हिन्दू धर्म वसुधैव-कुटुम्बकम की बात कहता है, जो कहता है पूरा विश्व हमारा परिवार है, आप उस धर्म के इष्ट भगवान राम के नाम पर लोगों को भड़काने और उपद्रव फ़ैलाने का काम कर रहे हैं। भाजपा के लोगों को भगवान राम के मंदिर के नाम पर जो सैकड़ों-हजारों करोड़ का चंदा इकठ्ठा किया गया है उसका हिसाब देश के लोगों को देना चाहिये। मैंने तो एक नारा बनाया है इनके लिए कि सीता मईया दुखी हैं भाजपा के काम से, और सारा पैसा खा गई मेरे पति के  नाम से। 

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश के लिए फैलाई जा रही अफवाहों पर उन्होंने कहा कि कल जिस तरीके से टीवी चैनल पर ये कहा जाने लगा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस कांग्रेस के  एजेंट है, यह अत्यंत दुखद है। आज जो कुछ भी अयोध्या में हो रहा है उसके द्वारा देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। देशभक्तो को तय करना होगा कि  रामभक्त के नाम पर क्या खुलेआम उपद्रव फ़ैलाने कि और देश को तोड़ने की छूट दी जा सकती है या नहीं। 

कांग्रेस पार्टी व राहुल गाँधी कि भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए श्री सिंह ने कहा कि मै तो हैरान हूँ कि कांग्रेस पार्टी भी इस पूरे मसले पर ख़ामोश है। पियरी पहन कर और मंदिर-मंदिर घूम कर  राहुल गाँधी अपने आप को ये दर्शाने में लगे हुए हैं कि वो ज्यादा बड़े शिव भक्त है, ज्यादा बड़े राम भक्त हैं। अरे देश भक्त बनिये पहले। ये देश नहीं बचेगा तो न शिव भक्त बचेगा न राम भक्त बचेंगे, न कबीर भक्त बचेंगे, न रहीम भक्त बचेंगे न साईं भक्त बचेंगे। भारतीय जनता पार्टी पूरे देश के लिए खतरा बन चुकी है।  

यह पूछे जाने पर कि योगी आदित्यनाथ ने मध्यप्रदेश में कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि आप अपने अली रखिये हमारे पास बजरंगबली है इस पर आपका क्या कहना है; सिंह ने कहा कि देखिये यह देश वसुधैव कुटुम्बकम की विचारधारा को व्यवहार में लेन वाला देश है। हिन्दू धर्म कहता है पूरा विश्व हमारा परिवार है। जब पूरा विश्व हमारा परिवार है तो विश्व के सभी धर्म के लोगों को हम अपने परिवार का सदस्य मानते हैं। सभी धर्म का सम्मान हमें करना भी चाहिए। भाजपा का नारा सबका साथ सबका विकास एक नौटंकी है। आपका नारा है सबका साथ सबका विकास तो फिर अली और बजरंगबली को क्यों अलग बांटते हो। राम-रहीम, हिन्दू-मुस्लिम को क्यों अलग बांटते हो। यह ड्रामेबाजी बंद कीजिये। आप कहिये कि आपको सबका साथ और सबका विकास नहीं करना बल्कि आपको इस देश के अन्दर नफरत और हिंसा फैलानी है और इसी काम के लिए इस  पार्टी का जन्म हुआ है। 

इसीलिए जो कुछ भी योगी  आदित्यनाथ ने कहा है दरअसल वो अपनी पार्टी कि विचारधारा को अपने शब्दों में प्रदर्शित कर रहे हैं। आप विरोधाभास देखिये इनके कथनी और करनी में। इन्होंने स्टेचू ऑफ़ यूनिटी का अनावरण किया है और सारे काम इस देश को अन्दर से बांटने का करते हैं। मै तो उसी दिन से कह रहा हूँ कि एक स्टेचू लगानी चाहिए मोदी जी की और उसका नाम रखना चाहिए स्टेचू ऑफ़ डिसयूनिटी। 

यह पूछे जाने पर कि सिग्नेचर ब्रिज को लेकर सवाल उठने लगे हैं, दो हादसों में तीन लोगों की जान चली गई। क्या कोई तकनीकी खामी है; श्री सिंह ने कहा कि बहुत चिंता के साथ मुझे यह कहना पड़ रहा है, जिस प्रकार के हालात  वहाँ रात नौ-दस बजे की होती है वो ठीक नहीं है। सबको जिम्मेदारी का परिचय देना पड़ेगा। वहां खुले आम शराब पिया जा रहा है। हैंडल छोड़ कर तेज गति बाइक और कार चलाई जा रही है। यह बिल्कुल ठीक नहीं है, इस पर रोक लगनी चाहिए। मै नहीं समझता कि इसमें तकनीकी खामी की कोई बात है। लोग वहां घूमने जाएँ, देखने जाएँ लेकिन सेल्फी लेने के चक्कर में या प्रदर्शन के चक्कर में अपना नुकसान न करें। कानून व्यवस्था को बेहतर किये जाने कि जरूरत है।

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