भाजपा ने कोरोना से निपटने में केरल के प्रयासों के सराहा, महाराष्ट्र की निंदा की
महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित मुंबई में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 22,563 मामले आए हैं और 800 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। मंगलवार को राज्य में कोविड-19 संक्रमण के मामलों की संख्या 37,136 हो गयी है और 1,325 लोग दम तोड़ चुके हैं।
पाटिल ने कहा कि भाजपा और राज्य की जनता ने शुरू में कोविड-19 के संकट को देखते हुए सरकार को समर्थन देने का फैसला किया था। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला नौ मार्च को सामने आया और अब संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 40 हजार के करीब पहुंच गयी है।’’ पाटिल ने कहा कि केरल में भी संक्रमण का पहला मामला नौ मार्च को सामने आया था और 70 दिन में कुल रोगियों की संख्या 1,000 के नीचे ही रही। वहां अब तक केवल 12 लोगों की मृत्यु हुई है। पाटिल ने कहा, ‘‘इसके विपरीत महाराष्ट्र में कोविड-19 से मौत के मामले 1,300 के पार चले गये हैं। यह ठाकरे सरकार की नाकामी को दिखाता है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में लोग सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर करने से खुद को रोक नहीं सकते। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ‘महाराष्ट्र बचाओ’ प्रदर्शन के तहत सभी तहसीलदारों और जिलाधिकारियों को सरकार के खिलाफ ज्ञापन सौंपे थे।कोरोनाविरुद्धच्या लढ्यात राज्यातील महाविकास आघाडी सरकार पूर्णपणे अपयशी ठरलं आहे. त्यामुळे या सरकारला जागे करून प्रभावी काम करण्यास भाग पाडण्यासाठी भाजपाने महाराष्ट्र बचाव आंदोलन सुरू केले आहे. #माझंआंगणरणांगण #MaharashtraBachao pic.twitter.com/Urx84wT12c
— Chandrakant Patil (@ChDadaPatil) May 20, 2020
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पाटिल ने कहा, ‘‘मैं लोगों का आह्वान करता हूं कि शुक्रवार को सुबह 11 से 12 बजे के बीच काले प्लेकार्ड ले कर, काले फीते बांध कर और काले मास्क पहन कर अपने घरों के बाहर प्रदर्शन करें। इस दौरान लोग आपस में दूरी बनाकर रखें।’’ इस बीच राज्य सरकार में शामिल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र-विरोधी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, ‘‘भाजपा से अपेक्षा थी कि वह महाराष्ट्र और उसकी जनता के साथ वित्तीय मदद के मामले में जो अन्याय हुआ है, उसे लेकर केंद्र के खिलाफ खड़ी होगी। अब साफ हो गया है कि भाजपा की निष्ठा महाराष्ट्र के प्रति नहीं है।
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