कोरोना वायरस को जीवन के हिस्से के रूप में स्वीकार करने की आवश्यकता: शरद पवार
पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ मंगलवार को कोविड-19 की चुनौतियों और राज्यों की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए आवश्यक उपायों के बारे में चर्चा की। उन्होंने सरकार को राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं बनाने का सुझाव दिया।
पवार ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना वायरस रोग जल्द ही पूरी तरह से समाप्त नहीं होगा। कोरोना वायरस को जीवन के एक हिस्से के रूप में स्वीकार करना आवश्यक है, इससे सावधान रहें और स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करें। जापान में लोग रोजमर्रा के सामाजिक जीवन में मास्क पहनते हैं, व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान देते हैं।’’ उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लोगों से दस्ताने व मास्क पहनने, सैनेटाइज़र का उपयोग करने और समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहने का आग्रह किया। पवार की पार्टी उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी है। उन्होंने राज्य में लॉकडाउन में कुछ ढील देकर स्थिति को बहाल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, राज्य सरकार द्वारा हर दिन एक निश्चित समय पर जनता को राहत के बारे में जानकारी देने की व्यवस्था की जानी चाहिए।कोरोनाची साखळी तोडण्यासाठी सोशल डिस्टन्सिंग हाच सर्वोत्तम उपाय आहे. या कोरोनारूपी संकटाच्या काळात सोशल डिस्टन्सिंगची ताकद ओळखूया. #letsfightcorona #StayHomeStaySafe #Social_Distancing #Covid_19 pic.twitter.com/q0qJJj2CBe
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) May 20, 2020
इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र के गड़चिरोली में नक्सलियों ने फूंके चार ट्रक, जानें पूरा मामला
श्रमिकों के अपने मूल स्थानों की ओर लौटने के बीच पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में बेरोजगारों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कार्य योजना बनाने का आह्वान किया ताकि उद्योगों में उन्हें कैसे समायोजित किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य के मंत्रियों और अधिकारियों की उपस्थिति बहाल करने की आवश्यकता है ताकि जनता के बीच विश्वास पैदा हो सके। पवार ने सरकार से मंत्रियों और अधिकारियों को अपने कार्यस्थल पर उपस्थित रहने के लिए उचित निर्देश जारी करने को कहा। उन्होंने कहा, दुकानें, कार्यालय और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों को पूरी सावधानी के साथ खोला जाना चाहिए।
अन्य न्यूज़