चुनावी हार और 2019 की तैयारियों के लिए BJP ने की मंथन बैठक
सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है जिसमें सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों और संगठन महासचिवों को बुलाया गया है।
नयी दिल्ली। हिन्दी प्रदेश के तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में पराजय की पृष्ठभूमि में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारों एवं प्रदेश प्रमुखों की यहां बैठक हो रही है जिसमें हार की समीक्षा के साथ 2019 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में संगठनात्मक तैयारियों एवं स्थानीय एवं राष्ट्रीय मुद्दों पर मंथन होना है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है जिसमें सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों और संगठन महासचिवों को बुलाया गया है। समझा जाता है कि इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के एजेंडे को लेकर चर्चा होगी जो जनवरी के दूसरे हफ़्ते में होने वाली है।
Bharatiya Janata Party office bearers meeting is underway in Delhi. pic.twitter.com/XXdgERYYWR
— ANI (@ANI) December 13, 2018
उन्होंने बताया कि इस बैठक में तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव में मिली हार और 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन की तैयारियों, स्थानीय मुद्दों पर पार्टी की रणनीति आदि विषयों पर चर्चा हो रही है। पार्टी नेतृत्व इस बात पर जोर दे रहा है कि केंद्र सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं को जल्द से जल्द जमीन पर पहुंचाया जाए। समझा जाता है कि बैठक में इस विषय पर भी चर्चा हुई है। भाजपा शासित राज्यों में सरकार और पार्टी के बीच बेहतर समन्वय बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है समझा जाता है कि पार्टी नेतृत्व ने सभी प्रदेश अध्यक्षों से जमीनी स्तर पर पार्टी के प्रदर्शन की रिपोर्ट मांगी है। इसमें राजनीतिक चुनाौतियों पर जानकारी जुटाने के साथ-साथ संगठन से जुड़ी चीजें और भविष्य के लिए रोड मैप तैयार करने पर भी जोर दिया गया है।
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इस बैठक में राष्ट्रव्यापी बूथ योजना की समीक्षा भी होनी है। आगामी लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा तमाम मुद्दों पर रणनीति तैयार करने में जुट गई है ताकि सत्ता में वापसी कर सके। उल्लेखनीय है कि यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब भाजपा को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा है। तेलंगाना में मजबूत ताकत के रूप में उभरने के भाजपा के प्रयासों को भी झटका लगा है। वहां उसे एक सीट से ही संतोष करना पड़ा जबकि पहले वहां पार्टी की पांच सीटें थीं । मिजोरम में भाजपा को एक सीट पर जीत मिली है।
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