भाजपा-शिवसेना गठबंधन: आठवले ने कहा, उनकी पार्टी की अनदेखी की गई

उन्होंने कहा कि शिवसेना और भाजपा को अपने गठबंधन पर मुहर लगाते वक्त उनकी पार्टी को भी विश्वास में लेना चाहिए था।उन्होंने कहा कि आरपीआई के नेता 25 फरवरी को मुंबई में बैठक करेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
नागपुर। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री और आरपीआई (ए) अध्यक्ष रामदास आठवले ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी को एनडीए के घटक दल भाजपा और शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने गठबंधन की घोषणा करते वक्त एक भी सीट नहीं दी। दलित नेता ने यहां कहा कि राजनीति में ‘‘दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं’’ लेकिन वह इसके बावजूद यह चाहते हैं कि अगली सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बने।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम खुश हैं कि शिवसेना और भाजपा एकसाथ आए, लेकिन उन्होंने आरपीआई के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’’ आठवले ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘2014 के विधानसभा चुनाव (महाराष्ट्र) में भाजपा के लिए वोट जुटाने में आरपीआई ने सहायता की थी।’’
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उन्होंने कहा कि शिवसेना और भाजपा को अपने गठबंधन पर मुहर लगाते वक्त उनकी पार्टी को भी विश्वास में लेना चाहिए था।उन्होंने कहा कि आरपीआई के नेता 25 फरवरी को मुंबई में बैठक करेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल पार्टी का इरादा राजग छोड़ने का नहीं है।
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