Prabhasakshi NewsRoom: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच भाजपा ने शुरू किये सरकार बनाने के प्रयास

eknath shinde
ANI

महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने तथा 15 अन्य बागी विधायकों को विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा भेजे गये अयोग्यता नोटिस के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया और इस कार्रवाई को ‘गैर-कानूनी और असंवैधानिक’ करार देने की अपील की है।

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार "दो-तीन दिन" तक ही चलेगी। राज्य सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कोटे से मंत्री राजेश टोपे की उपस्थिति में एक कृषि विभाग भवन के उद्घाटन समारोह में भाजपा नेता दानवे ने कहा कि एमवीए को शेष विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए क्योंकि "हम (भाजपा) केवल दो-तीन दिन के लिए ही विपक्ष में हैं।” केंद्रीय रेलवे, कोयला एवं खान राज्य मंत्री दानवे ने कहा, ''समय निकल रहा रहा है। यह सरकार दो-तीन दिन चलेगी।'' एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले समूह के भाजपा में विलय की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, दानवे ने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और अगर कोई प्रस्ताव आता है तो वरिष्ठ नेतृत्व फैसला करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की कोई संभावना नहीं है।

पार्टी की लड़ाई कोर्ट तक आई

दूसरी ओर, महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने तथा 15 अन्य बागी विधायकों को विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा भेजे गये अयोग्यता नोटिस के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया और इस कार्रवाई को ‘गैर-कानूनी और असंवैधानिक’ करार देने तथा इस पर रोक लगाने का निर्देश देने की अपील की है। हम आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा सचिवालय ने इन बागी विधायकों को अयोग्य ठहराये की मांग पर शनिवार को 16 बागी विधायकों को 'समन' जारी कर 27 जून की शाम तक लिखित जवाब मांगा था। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ ने शिंदे की याचिका पर सुनवाई की। एकनाथ शिंदे का पक्ष वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने रखा और शिवसेना खेमे की तरफ से पक्ष रखने के लिए कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी अदालत में पेश हुए। उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे की याचिका में तर्क दिया गया है कि फरवरी 2021 में नाना पटोले के इस्तीफा देने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष की सीट खाली है और किसी अन्य के पास यह अधिकार नहीं है कि वह अयोग्यता याचिका पर निर्णय ले सके, जिसके तहत याचिकाकर्ता को नोटिस जारी किया गया है।

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एकनाथ शिंदे का निशाना

इस बीच, शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया है कि बाल ठाकरे की पार्टी उस दाऊद इब्राहिम के साथ सीधे संबंध रखने वाले लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जो कई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मारने के लिए जिम्मेदार है। एकनाथ शिंदे द्वारा रविवार की रात किये गये ट्वीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक के स्पष्ट संदर्भ में हैं, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े धनशोधन मामले में जेल में हैं। एक अन्य ट्वीट में, शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि अगर वे शिवसेना और बाल ठाकरे की विचारधारा को बचाते हुए मर जाते हैं तो वे खुद को भाग्यशाली मानेंगे।

होटल हाउसफुल

उधर, महाराष्ट्र से शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की अगुवाई में अन्य विधायक गुवाहाटी के जिस आलीशान होटल रैडिसन ब्लू में ठहरे हुए हैं, उसने 30 जून तक सभी नयी बुकिंग लेना बंद कर दिया है। पांच सितारा होटल की आधिकारिक वेबसाइट पर इस महीने की आखिरी तारीख तक कमरा बुक करने की कोशिश की गयी तो कहा गया, ‘‘इन तारीखों पर कोई कमरा उपलब्ध नहीं है।'' हालांकि, वेबसाइट पर एक जुलाई से कमरा आरक्षित करने दिया जा रहा है। होटल के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क करने पर उसने कहा, ‘‘हमारे सभी कमरे बुक हैं।’’ ऐसा बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के विधायकों और उनके सहायकों के लिए करीब 70 कमरे बुक किए गए है। होटल ने बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए रेस्त्रां, बैंक्वेट और अन्य सुविधाएं बंद कर दी हैं। केवल एअरलाइन कर्मियों को आने-जाने दिया जा रहा है क्योंकि उनका होटल के साथ करार है। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में पुलिसकर्मी रैडिसन ब्लू में आ रहे हर मेहमान की तलाशी ले रहे हैं। नजदीकी जालुकबाड़ी पुलिस थाने के कर्मियों के अलावा अर्द्धसैन्य बलों और रिजर्व बटालियनों तथा असम पुलिस की कमांडो ईकाई के दर्जनों जवान होटल पर कड़ा पहरा दे रहे हैं।

शिवसेना नेता का दावा

दूसरी ओर, मुंबई की पूर्व महापौर और शिवसेना नेता किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि कई बागी विधायकों की पत्नियां अपने पतियों को वापस महाराष्ट्र बुलाने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे को फोन कर रही हैं। पेडनेकर ने दावा किया, “रश्मि ठाकरे के पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सौहार्दपूर्ण और पारिवारिक संबंध हैं।'' उन्होंने कहा कि मुझे पक्के तौर पर नहीं पता कि वह (विधायकों की) पत्नियों से अपने पतियों को वापस बुलाने के लिए कह रही हैं या नहीं।”

ठाकरे खेमे के पास मात्र चार मंत्री

उधर, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री उदय सामंत के रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े में शामिल होने के लिए गुवाहाटी पहुंचने के साथ ही उद्धव ठाकरे खेमे से आदित्य ठाकरे शिवसेना के एकमात्र कैबिनेट मंत्री बचे हैं, जो विधायक हैं, जबकि उनकी पार्टी के शेष तीन कैबिनेट मंत्री विधान परिषद के सदस्य हैं। हम आपको बता दें कि उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग का नेतृत्व करने वाले उदय सामंत एकनाथ शिंदे खेमे में शामिल होने वाले शिवसेना के नौवें मंत्री हैं। शिवसेना के पास अब चार कैबिनेट मंत्री हैं, जिनमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल परब और सुभाष देसाई शामिल हैं। आदित्य ठाकरे को छोड़कर बाकी तीन कैबिनेट मंत्री विधायक नहीं, बल्कि विधान परिषद के सदस्य हैं।

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बागियों के परिवारों को सुरक्षा

इस बीच, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ से बागी विधायकों के परिवारों और उनके घरों को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है। कोश्यारी द्वारा लिखे गए पत्र के अनुसार, उन्हें 25 जून को शिवसेना के 38 विधायकों, प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो सदस्यों और सात निर्दलीय विधायकों का अभिवेदन मिला था। कोश्यारी के पत्र में कहा गया है कि कुछ राजनीतिक नेताओं द्वारा दिए जा रहे भड़काऊ और धमकी भरे बयानों के संदर्भ में विधायकों ने अपने घरों और परिवारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। पहले ही कुछ विधायकों के कार्यालयों और घरों में तोड़फोड़ की जा चुकी है तथा पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। राज्यपाल ने कहा, "इसलिए, मैं आपको (डीजीपी) विधायकों, उनके परिवारों और घरों को तत्काल आधार पर पर्याप्त पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश देता हूं।'' उन्होंने डीजीपी से कहा है कि मुझे इस संबंध में की गई कार्रवाई से अवगत कराया जाए।

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