कोरोना संकट के बीच ही भाजपा ने शुरू की चुनावी तैयारियां, तकनीक के जरिए जनता तक पहुंचने की कोशिश

BJP
अंकित सिंह । Jun 1 2020 3:48PM

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके मद्देनजर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार नीत राजग सरकार ने विकास के मोर्च पर अच्छा काम किया है और प्रवासी कामगारों की वापसी के मसले तथा कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात को बेहतर ढंग से संभाला है।

भाजपा वारियर्स में से एक और टीम अमित शाह और जेपी नड्डा के अहम सदस्य भूपेंद्र यादव ने पार्टी के आगे की रणनीति को लेकर कई बड़ी बातें कहीं हैं। कोरोना संकट के दौरान और इसके बाद भाजपा किस रणनीति के तहत आगे बढ़ेगी, इस पर उन्होंने खुलकर अपने विचार साझा किए है। किस तरीके से इस संकट के बाद राजनीतिक विमर्श बदल जाएगा, उसमें कैसा बदलाव देखने को मिलेगा, इस पर भी भूपेंद्र यादव ने अपनी राय रखी है। भूपेंद्र यादव को उनके चुनावी प्रबंधन के लिए जाना जाता है। भले ही अभी आम जनता के बीच उनकी उतनी पहचान नहीं है लेकिन पार्टी की रणनीति और उसे अमलीजामा पहनाने का काम भूपेंद्र यादव का ही है। भूपेंद्र यादव पार्टी के रणनीतिकार के रूप में सबसे विश्वस्त चेहरों में से एक हैं। भाजपा महासचिव और प्रमुख चुनाव प्रबंधक भूपेन्द्र यादव ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी न केवल चुनाव अभियानों को प्रभावित करेगी बल्कि इससे राजनीतिक विमर्श में भी बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बाद राजनीतिक विमर्श में सतत विकास, स्वास्थ्य देखभाल और भारत को आत्मनिर्भर बनाने को अधिक प्रमुखता मिलेगी। 

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बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके मद्देनजर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार नीत राजग सरकार ने विकास के मोर्च पर अच्छा काम किया है और प्रवासी कामगारों की वापसी के मसले तथा कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात को बेहतर ढंग से संभाला है। भाजपा की सबसे पहली चुनौती में से एक है आने वाला बिहार विधानसभा का चुनाव। भूपेंद्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। आयोग तय करेगा कि आखिर चुनाव कैसे करवाना है। कैंपेनिंग के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए हम नए-नए तरीके अपनाने जा रहे हैं। भूपेंद्र यादव ने कहा कि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए हम बिहार में डिजिटल कनेक्टिविटी पर फोकस कर रहे हैं और वर्चुअल मीटिंग करने पर ज्यादा जोर दे रहे है। बिहार मैनेजमेंट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा बूथ मैनेजमेंट पर भी फोकस कर रही है। सप्तर्षि योजना के तहत हर बूथ पर सात अलग-अलग वर्गों के व्यक्तियों को लेकर टीम बनाई जा रही है ताकि हर बूथ पर सभी वर्गों का वोट मिल सके। एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी अब वर्चुअल कनेक्टिविटी के जरिए जनता से जुड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कोराना संकट के कारण अब टेक्नोलॉजी का सहारा हमें लेना पड़ रहा है जिसके लिए हम पूरी तरीके से तैयार है। वहीं जब केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम बिल्कुल तैयार हैं।

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यादव ने एक साक्षात्कार में कहा, राजनीतिक विमर्श पर कोरोना वायरस का प्रभाव पड़ेगा। सतत विकास, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे और आत्मानिभर भारत बनाने पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा सुशासन और विकास पर आधारित राजनीतिक मुद्दों को प्राथमिकता दी है,जिसे लोगों ने सराहा भी है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के परिणाम इसके प्रमाण हैं। बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और झारखंड सहित कई महत्वपूर्ण राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिये रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले यादव को लगता है कि राजनीतिक दल अब डिजिटल प्लेटफॉर्म का और अधिक उपयोग करेंगे। उन्होंने, पहले प्रिंट मीडिया, लाउडस्पीकर और रैलियां चुनाव प्रचार का जरिया हुआ करती थीं। हालिया कुछ दशकों में सोशल मीडिया ने राजनीतिक विमर्श तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह लोगों के बीच पहुंचने का सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। 

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कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि पहले तीन चरणों में श्रमिकों की आवाजाही काफी कम थी। सरकार ने उस समय का इस्तेमाल गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए किया। उन्होंने कहा, “सरकार ने शुरुआती चरणों में प्रवासियों को आवाजाही की अनुमति इसलिये नहीं दी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गांवों के पास इस संकट से निपटने के लिये आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मौजूद हों। इसकी व्यवस्था होते ही सरकार ने प्रवासियों की वापसी लिये ट्रेनों का इंतजाम कर दिया। यादव ने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी था कि ग्रामीण स्तर पर पर्याप्त पृथक-वास केंद्र मौजूद हों। भाजपा के बिहार प्रभारी यादव ने राज्य की स्थिति पर कहा कि 10 लाख से अधिक प्रवासी कामगार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से लौट आए हैं। राज्य सरकार उनकी सभी आवश्यकताओं को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा, बिहार में गठबंधन सरकार के कामकाज को काफी सराहा गया है। हम बिहार के लोगों के आशीर्वाद से राज्य और देश की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे।

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