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सीमा पार पाकिस्तान की हर हरकत पर BSF की है पैनी नजर: लोढ़ा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- अक्टूबर 22, 2019 17:23
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सीमा सुरक्षाबल (राजस्थान फ्रंटियर) के महानिरीक्षक अमित लोढ़ा ने कहा कि सीमा पार पाकिस्तान की हर हरकत पर बल की पैनी नजर है और वह किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम है।
जैसलमेर। सीमा सुरक्षाबल (राजस्थान फ्रंटियर) के महानिरीक्षक अमित लोढ़ा ने मंगलवार को कहा कि सीमा पार पाकिस्तान की हर हरकत पर बल की पैनी नजर है और वह किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। दो दिवसीय जैसलमेर दौरे पर आए लोढ़ा ने आज संवाददाताओं से कहा कि सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) राजस्थान से लगती पाकिस्तान सीमा पर हर परिस्थिति से निपटने के लिए के लिए सजग और तैयार है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ को तकनीकी हिसाब से और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है तथा इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि सीमा पार से होने वाली हर हरकत का करारा जवाब दिया जा सके।
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सीमा पार क्षेत्र में भारतीय सीमा के निकट ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने के बारे में बल के महानिरीक्षक ने स्पष्ट किया कि सीमा पार होने वाली हर हरकत की जानकरी बल के पास है और उससे निपटने में बल सक्षम है।उन्होंने कहा कि सीमा के निकट रहने वाले लोगों के साथ बल का बेहतर तालमेल रहे, इसके लिए भी बीएसएफ हमेशा प्रयासरत रहता है। इसी कड़ी में बीएसएफ ने घर आंगन नाम से सीमावर्ती ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए सामाजिक सरोकार की एक योजना शुरू की है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
तमिलनाडु चुनाव में कुछ ही महीने बाकी, शशिकला फैक्टर क्या कर सकता है AIADMK का खेल खराब?
- अभिनय आकाश
- जनवरी 22, 2021 17:16
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शशिकला की हालत स्थिर बताई जा रही है। भले ही शशिकला अभी अस्पताल में हैं लेकिन उनकी रिहाई की तारीख के नजदीक आते ही राज्य की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई। तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी ने बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मिले और फिर नरेंद्र मोदी से भी।
जयललिता की करीबी शशिकला आगामी 27 जनवरी को जेल से बाहर आने वाली थीं। लेकिन उनकी रिहाई से पहले एक बड़ी खबर सामने आई। वीके शशिकला की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई जिसके बाद उन्हें शहर के विक्टोरिया अस्पताल के कोविड-19 निर्दिष्ट केंद्र में भर्ती हैं। शशिकला की हालत स्थिर बताई जा रही है। भले ही शशिकला अभी अस्पताल में हैं लेकिन उनकी रिहाई की तारीख के नजदीक आते ही राज्य की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई। तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी ने बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मिले और फिर नरेंद्र मोदी से भी। वैसे तो चेन्नई में जयललिता मेमोरियल और अन्य योजनाओं के उद्धाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने की बात पलानीस्वामी की तरफ से की गई। लेकिन पीएम मोदी और गृह मंत्री से पलानीसामी की मुलाकात को आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
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इस मुलाकात के एक मायने आय के ज्ञात स्रोत से 66 करोड़ रुपये ज्यादा की संपत्ति मामले में जेल में बंद शशिकला की जेल से रिहाई की तारीख के बारे में भी लगाए गए। हालांकि 19 जनवरी को पलानीस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए शशिकला की एआईएडीएमके में वापसी की संभावनाओं पर विराम लगा दिया। लेकिन कहा तो ये भी जा रहा है कि शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने एआईएडीएमके से निकाले जाने के बाद एएमएमके नाम से पार्टी बना ली और शशिकला के वापसी के बाद इसका फायदा उन्हें मिल सकता है। पलानीस्वामी अमित शाह और केंद्र की मदद से शशिकला गुट को उनका गेम खराब करने से रोकना चाहते हैं। जैसा कि एक बार वो पहले भी बखूबी कर चुके हैं।
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गौरतलब है कि एक वक्त ऐसा भी रहा जब जयललिता की मौत के बाद शशिकला मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने वाली थीं। लेकिन ऐन वक्त पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया। उस वक्त एआईएडीएमके दो फाड़ हो गई थी और जिसमें शशिकला के साथ मौजूदा मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी नजर आए थे। वहीं दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम थे। ये और बात है कि बाद में दोनों साथ आकर शशिकला को ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
सरकार का प्रस्ताव मानने को तैयार नहीं किसान, बेनतीजा रही 11वें दौर की बैठक
- अंकित सिंह
- जनवरी 22, 2021 17:10
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किसान आंदोलन के लगभग 55 दिन से ज्यादा हो चुके है। सरकार ने कहा कि हमने किसानों को एक प्रस्ताव दिया और अगर उनके पास बेहतर प्रस्ताव है तो वे हमारे पास आ सकते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान और सरकार के बीच तकरार लगातार जारी है। किसान और सरकार के बीच 11वें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। एक ओर जहां किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं तो वहीं सरकार किसी भी कीमत पर इन कानूनों को वापस लेने को तैयार नहीं है। सरकार कानूनों में संशोधन करने को तैयार है और साथ ही साथ सरकार यह कह रही है कि वह एमएसपी को लेकर गारंटी दे सकती है। किसान आंदोलन के लगभग 55 दिन से ज्यादा हो चुके है। सरकार ने कहा कि हमने किसानों को एक प्रस्ताव दिया और अगर उनके पास बेहतर प्रस्ताव है तो वे हमारे पास आ सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले को लेकर सुनवाई जारी है। कोर्ट ने इसके लिए एक कमेटी का गठन भी कर दिया है। कमेटी को लेकर भी तकरार है। हालांकि सरकार ने 10वें दौर की वार्ता में किसानों के समक्ष तीनों कानूनों के क्रियान्वयन को डेढ़ साल तक स्थगित करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन किसान संगठनों ने उनके इस प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया। वहीं कुछ किसान नेताओं ने कहा कि प्रस्ताव पर अभी अंतिम निर्णय किया जाना बाकी है। अब नए सिरे से एक बार फिर से सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए बातचीत कर रही है।We gave a proposal to farmers and if they have a better proposal then they can come to us: Government
— ANI (@ANI) January 22, 2021
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सिरसा के खिलाफ मामला दर्ज किया
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 22, 2021 16:58
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दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिरोमणि अकाली दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया है।
नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिरोमणि अकाली दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
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खबरों के अनुसार दिल्ली की एक अदालत ने पिछले वर्ष नवंबर में ईओडब्ल्यू को सिरसा के खिलाफ डीएसजीएमसी में महासचिव पद पर रहते हुए कोष की हेरा फेरी करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए थे। पुलिस ने बताया कि सिरसा और अन्य लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया गया था।
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उन पर धोखाधड़ी करने और गुरुद्वारे के कोष से टेंट, कंबल और त्रिपाल खरीदने के नाम पर एक करोड़ रूपए का बेहिसाब भुगतान करने का आरोप है। उन्होंने कहा कि डीएसजीएमसी को मिलने वाले कोष में एक पक्षकार भूपिंदर सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

