केन्द्र की जांच एजेन्सियों के छापे संघीय ढांचे पर आघात: दिग्विजय सिंह
सिंह ने सीबीडीटी के छापे के बाद वक्तव्य जारी करने पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘यह पहली बार हो रहा है। सामान्य तौर पर सीबीडीटी, छापे के 90 दिन तक बयान नहीं देता, लेकिन यहां जिस दिन छापा पड़ा, उसी दिन उसके बयान आ रहे हैं।’’
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसका जवाब देना चाहिये कि मध्य प्रदेश सरकार को बिना सूचित किये केन्द्र सरकार की जांच एजेन्सियां प्रदेश में कार्रवाई कैसे कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह देश के संविधान के संघीय ढांचे पर आघात है। राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और उनके सहयोगी के इन्दौर-भोपाल के ठिकानों पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की सुरक्षा में दो दिन चले आयकर विभाग के छापे के बारे में पूछे गये सवाल पर भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने अपने चुनाव कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत के संविधान का संघीय ढांचा है और केन्द्र के अधिकारी, कर्मचारी बिना राज्य सरकार को सूचित करे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते लेकिन जिस प्रकार से केन्द्र के ईडी और आईटी के लोग सीआरपीएफ को लेकर यहां (मध्य प्रदेश में) आये, उसे संविधान के संघीय ढांचे पर आघात मानता हूं। यह मेरे संविधान का उल्लंघन है और इसका उत्तर प्रधानमंत्री जी को देना चाहिये, वित्त मंत्री को देना चाहिये।’’
वर्ग भेद पाटना है मुझको,
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 9, 2019
अहिपाश काटना है मुझको|
इसी संकल्प को लेकर आज मालवीय नगर में जन समर्पित कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन विधि विधान के साथ किया | pic.twitter.com/GqSQ365EVM
उन्होंने कहा, ‘‘आईटी ने जिसके पास से नकद बरामद किया, वह अपने आप को भाजपा का कार्यकर्ता बता रहा है।’’ इस पर, जब सिंह से पूछा गया कि प्रधानमंत्री इतने ईमानदार हैं कि अपने ही लोगों पर छापे डलवा रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा है, यह तो मोदी जी से पूछिये, उनके कार्यकर्ता से पूछिये।’ सिंह ने सीबीडीटी के छापे के बाद वक्तव्य जारी करने पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘यह पहली बार हो रहा है। सामान्य तौर पर सीबीडीटी, छापे के 90 दिन तक बयान नहीं देता, लेकिन यहां जिस दिन छापा पड़ा, उसी दिन उसके बयान आ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है, जनता सब समझ रही है। हमें ज्यादा कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। इसके विरोध में आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू धरने पर बैठे, स्टालिन (डीएमके नेता एमके स्टालिन) ने इसका विरोध किया। कर्नाटक के मंत्रियों के यहां छापे डाले गये। और मामाजी (शिवराज सिंह चौहान) के यहां छापा डलता तो पता नहीं कितना मिलता। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने सोमवार को नई दिल्ली में कहा कि उसने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सहयोगियों और अन्य के खिलाफ की गई छापेमारी के दौरान करीब 281 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी के “विस्तृत एवं सुसंगठित” रैकेट का पता लगाया है। विभाग ने बताया कि अधिकारियों ने 14.6 करोड़ रुपये की “बेहिसाबी” नकदी बरामद की है और मध्य प्रदेश तथा दिल्ली के बीच हुए संदिग्ध भुगतान से जुड़ी डायरी तथा कंप्यूटर फाइलें अपने कब्जे में ली हैं।
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संवाददाताओं से बातचीत से पहले सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह 19 अप्रैल की दोपहर को भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के नुमांइदे के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि गर्मी का समय है, इसलिये नामांकन के समय वे नहीं आयें तथा अपने क्षेत्र में कांग्रेस के लिये काम करें क्योंकि वैसे भी वह भीड़ इकठ्ठा करने से सहमत नहीं हैं। सिंह ने कहा, ‘‘मैंने तय किया है कि मेरे पूरे अभियान की थीम होगी, नारा होगा, ‘‘आपकी हिस्सेदारी, मेरी जिम्मेदारी’’ हर कदम पर, हर व्यक्ति की, हर योजना में आपकी हिस्सेदारी कायम करने की जिम्मेदारी मेरी होगी।’
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