मनरेगा को बदलना ‘ऐतिहासिक गलती’ है, सचिन पायलट ने नई योजना VB-G RAM G का किया विरोध

 Sachin Pilot
ANI
रेनू तिवारी । Dec 23 2025 8:54AM

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार कानून ‘मनरेगा’ को बदले जाने को ‘ऐतिहासिक गलती’ और ‘सबसे वंचित लोगों’ की आजीविका के अवसरों पर एक सुनियोजित हमला करार दिया।

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने सोमवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार अधिनियम का नाम बदलने का विरोध किया और कहा कि नया विकसित भारत - रोज़गार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) VB-G RAM G ग्रामीण रोज़गार योजना को "खत्म" कर देगा।

खबर के प्रमुख बिंदु:

मनरेगा की प्रासंगिकता: पायलट का तर्क है कि नई योजना ग्रामीण रोजगार के अधिकार (MGNREGA) को कमजोर कर सकती है।

बजट और प्राथमिकता: कांग्रेस का आरोप है कि सरकार मनरेगा जैसे स्थापित ढांचे के बजाय नए प्रयोगों से गरीबों का हक कम कर रही है। 

मनरेगा को बदलना ‘ऐतिहासिक गलती’ है 

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार कानून ‘मनरेगा’ को बदले जाने को ‘ऐतिहासिक गलती’ और ‘सबसे वंचित लोगों’ की आजीविका के अवसरों पर एक सुनियोजित हमला करार दिया। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं-- सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झूठा फंसाकर लगातार ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ लेने का भी आरोप लगाया।

पायलट ने कहा, ‘‘भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक गलती की है। आजादी के बाद इतिहास में पहली बार राष्ट्रपिता के नाम पर शुरू की गई किसी योजना या कार्यक्रम का नाम बदला गया है। भारत में ग्रामीण भारत की वित्तीय सुरक्षा के लिए मनरेगा नामक जो एकमात्र नेटवर्क था उसे सरकार ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।’’

इसे भी पढ़ें: RBI के हस्तक्षेप से रुपये को सहारा, बॉन्ड यील्ड और विदेशी निवेश पर नजर

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि मनरेगा को राज्य सरकारों, हितधारकों और नागरिक संस्था से बिना किसी चर्चा के रद्द कर दिया गया है तथा संसद का इस्तेमाल ‘बहुमत की ताकत’ दिखाने और कानून को जबरदस्ती पारित कराने के लिए किया गया।

भाजपा पर 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस नेताओं -- सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में फंसाकर ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ लेने का आरोप लगाते हुए पायलट ने कहा कि अदालत ने कहा है कि वह ईडी द्वारा दायर मामले का संज्ञान नहीं लेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अदालत के आदेश से यह स्पष्ट हो जाता है कि मामला राजनीतिक रूप से प्रेरित था...हम निर्दोष साबित हुए हैं।

इसे भी पढ़ें: Delhi Dwarka Murder Case | दिल्ली के द्वारका में महिला की गला घोंटकर हत्या, लापता पति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज

इसके अलावा कांग्रेस की कर्नाटक यूनिट में पावर स्ट्रगल की अटकलों को कम करते हुए, AICC महासचिव सचिन पायलट ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार पूरी तालमेल से काम कर रहे हैं और पार्टी हाई कमान द्वारा लिया गया कोई भी फैसला सभी को मंज़ूर होगा। बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए, जब डिप्टी सीएम शिवकुमार उनके बगल में बैठे थे, तो पायलट ने अंदरूनी कलह की बातों को खारिज कर दिया। पायलट ने कहा, "जब PCC (राज्य कांग्रेस) अध्यक्ष (शिवकुमार) ने मुख्यमंत्री (सिद्धारमैया) को अपना बड़ा भाई कहा है, और मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह (शिवकुमार) मेरे छोटे भाई हैं, तो बात वहीं खत्म हो जाती है।" 

All the updates here:

अन्य न्यूज़