हिंसा में घायल 4 किसानों को कमलनाथ सरकार ने दिया एक-एक लाख का मुआवजा
मध्यप्रदेश के धार जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ की कथित हिंसा में घायल चार किसानों को राज्य सरकार ने बुधवार को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया। हफ्ते भर पहले की इस घटना में एक अन्य किसान की मौत हो गयी थी।
इंदौर। मध्यप्रदेश के धार जिले में बच्चा चोरी की अफवाह पर भीड़ की कथित हिंसा में घायल चार किसानों को राज्य सरकार ने बुधवार को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया। हफ्ते भर पहले की इस घटना में एक अन्य किसान की मौत हो गयी थी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के लोक स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शहर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती विनोद खाती, जगदीश राधेश्याम शर्मा, रवि पटेल और नरेंद्र शर्मा से मुलाकात कर डॉक्टरों से उनकी सेहत की जानकारी ली। इन मरीजों की उम्र 35 से 45 वर्ष के बीच है।
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उन्होंने बताया कि सिलावट ने चारों मरीजों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से एक-एक लाख रुपये के मुआवजे की स्वीकृति के सरकारी आदेश भी सौंपे। यह राशि उनके बैंक खातों में पहुंचायी जा रही है। अस्पताल में भर्ती चारों मरीजों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। उनका इलाज प्रदेश सरकार करा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, ये मरीज किसानों के उस समूह में शामिल थे जो पड़ोस के धार जिले के मनावर क्षेत्र में कृषि मजदूरों से अपनी पेशगी रकम वसूल करने गया था। इस समूह पर ग्रामीणों ने पांच फरवरी को पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया था। हमले में इंदौर जिले के किसान गणेश पटेल (35) की मौत हो गयी थी। घटना में हताहत लोगों के खिलाफ अफवाह फैलायी गयी थी कि वे बच्चा चुराने आये हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ हिंसा में मारे गये 35 वर्षीय किसान के परिजनों को प्रदेश सरकार ने दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी। इस रकम को बढ़ाकर चार लाख रुपये कर दिया गया है।
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