संसद के दोनों सदनों ने चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई

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[email protected] । Jul 22 2019 5:58PM

बिरला ने कहा कि यह इसरो के वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव हुआ है। हम वैज्ञानिकों को बधाई देते हैं। सदस्यों ने मेजें थपथपा कर इस उपलब्धि के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की।विपक्ष के कुछ सदस्यों ने कहा कि यह वैज्ञानिकों की उपलब्धि है, इसमें प्रधानमंत्री का नाम क्यों लिया जाए?उधर, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी उच्च सदन में इस उपलब्धि का जिक्र किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए देशवासियों, वैज्ञानिकों, इसरों के कर्मचारियों तथा अंतरिक्ष विभाग को बधाई दी।

नयी दिल्ली। संसद के दोनों सदनों ने सोमवार को देश के दूसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण पर संबंधित वैज्ञानिकों एवं परियोजना से जुड़े लोगों को बधाई दी और कहा कि यह पूरे देश के लिए गौरव का क्षण है। चंद्रयान-2 का सोमवार को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया गया।इसके सफल प्रक्षेपण के कुछ देर बाद ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। यह देश के लिए गौरवशाली क्षण है।उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेपण के साथ ही अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की शक्ति और क्षमता को बढ़ावा मिला है।

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बिरला ने कहा कि यह इसरो के वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में संभव हुआ है। हम वैज्ञानिकों को बधाई देते हैं। सदस्यों ने मेजें थपथपा कर इस उपलब्धि के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की।विपक्ष के कुछ सदस्यों ने कहा कि यह वैज्ञानिकों की उपलब्धि है, इसमें प्रधानमंत्री का नाम क्यों लिया जाए?उधर, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने भी उच्च सदन में इस उपलब्धि का जिक्र किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए देशवासियों, वैज्ञानिकों, इसरों के कर्मचारियों तथा अंतरिक्ष विभाग को बधाई दी। नायडू ने कहा कि चंद्रयान-2 पूरी तरह से भारत में डिजायन और तैयार किया गया है तथा इसलिए वैज्ञानिक विशेष प्रशंसा के पात्र हैं।

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उन्होंने कहा कि इस कामयाबी से देश का गौरव तथा विश्वास बढ़ा है। यह कामयाबी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा देश के लिए सुनहरा अध्याय होगी।गौरतलब है कि चंद्रयान-2 सोमवार को श्रीरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से रवाना किया गया। बाहुबली नाम के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-मार्क ।।। एम 1 ने प्रक्षेपण के करीब 16 मिनट बाद यान को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।

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