भूमि सौदे को लेकर महाराष्ट्र विस में हंगामा, फडणवीस ने आरोप किया खारिज

Congress alleges land scam in Navi Mumbai
[email protected] । Jul 5 2018 7:18PM

नवी मुम्बई में एक सरकारी जमीन सौदे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आशीर्वाद होने के कांग्रेस के आरोप के मुद्दे पर राज्य विधानसभा में हंगामा हुआ, जबकि मुख्यमंत्री ने आरोपों से इंकार किया।

नागपुर। नवी मुम्बई में एक सरकारी जमीन सौदे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आशीर्वाद होने के कांग्रेस के आरोप के मुद्दे पर राज्य विधानसभा में हंगामा हुआ, जबकि मुख्यमंत्री ने आरोपों से इंकार किया। सत्तापक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने के लिए विपक्ष से माफी की मांग की। यद्यपि कांग्रेस सदस्यों ने फडणवीस से इस्तीफा और प्रश्नकाल स्थगित करके जमीन सौदे के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की।

हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चार बार और उसके बाद पूरे दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। मुम्बई कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने इस सप्ताह के शुरू में आरोप लगाया था कि नवी मुम्बई के रायगढ़ में 24 एकड़ सरकारी जमीन निजी पैराडाइज बिल्डर के मनीष भटीजा को मात्र 3.6 करोड़ रूपये में दे दी गई। उन्होंने दावा किया कि इस लेन-देन को फडणवीस का आशीर्वाद हासिल था।

उन्होंने दावा किया कि बिल्डर भाजपा विधान परिषद सदस्य प्रसाद लाड का व्यापारिक साझेदार है जो फडणवीस के चहेते हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने यद्यपि आज निचले सदन में आरोपों को खारिज किया और कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस... राकांपा सरकार ने अतिरिक्त कलेक्टर को इसका अधिकार दिया था कि वह परियोजना प्रभावित व्यक्तियों को स्वामित्व आधार पर कृषि भूमि का आवंटन कर सकता है। 

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कोयना बांध प्रभावित 627 किसानों को 606 हेक्टेयर जमीन दी गई थी। उन्होंने कहा कि 200 किसानों ने आवंटन वाले दिन ही अपनी जमीन बेच दी। उन्होंने कहा कि 1999 में जमीन का आवंटन परियोजना प्रभावित व्यक्तियों को स्वामित्व के आधार पर किया गया था, लीज आधार पर नहीं। फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधायक पृथ्वीराज चव्हाण से सवाल किया, ‘क्या 606 हेक्टेयर जमीन के आवंटन की फाइल आपके पास आयी थी ? क्या इसका मतलब यह है कि आप परियोजना प्रभावित किसानों द्वारा जमीन बिक्री के लिए जिम्मेदार हैं?’

इस सप्ताह मुम्बई में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में निरूपम के साथ चव्हाण भी बोले थे। फडणवीस ने कहा, ‘जमीन सिडको (शहर एवं औद्योगिक विकास निगम) की नहीं है। यह कृषि भूमि है जो कि राज्य सरकार की है जिसे परियोजना प्रभावित किसानों को केवल कृषि कार्य के लिए दिया जाता है। बिल्डर ने जमीन आठ किसानों से कृषि भूमि के तौर पर खरीदी। कांग्रेस... रांकापा के 15 वर्षों के शासन के दौरान 200 किसानों ने जमीन उन्हें बेची।’

उन्होंने विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल से सवाल किया, ‘आप पूर्व प्रभाव से किसका इस्तीफा मांगेंगे... पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे या दिवंगत विलासराव देशमुख से (सभी पूर्व मुख्यमंत्री)?’ फडणवीस ने पृथ्वीराज चव्हाण से कहा कि वह आरोपों को सार्वजनिक करने से पहले उनका सत्यापन कर लिया करें। उन्होंने राधाकृष्ण विखे पाटिल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जिनके घर शीशे के होते हैं उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए। मेरे इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता। इसके बजाय आपको मेरे खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।’

फडणवीस के बयान पूरा करने के बाद राम कदम (भाजपा) ने विखे पाटिल और पृथ्वीराज चव्हाण से मुख्यमंत्री पर आधारहीन आरोप लगाने के लिए माफी मांगने की मांग की। सत्तापक्ष के सदस्यों के माफी मांगने की मांग पर अड़े रहने के चलते सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई। सदन में हंगामा हुआ क्योंकि विपक्ष के नेता खड़े हुए और मांग की कि उन्हें बोलने दिया जाए। विधानसभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित की। सदन की कार्यवाही दोबार शुरू होने पर हंगामा जारी रहा जिसके बाद आसन ने कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।

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