प्रियंका के शोक संदेश के साथ सुदीक्षा के परिजनों से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, सौंपे 5 लाख रूपये

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सुदीक्षा (20) की गत 10 अगस्त को गौतमबुद्धनगर के दादरी स्थित अपने घर से अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल से अपने मामा के घर जाते वक्त रास्ते में बुलंदशहर के औरंगाबाद इलाके में एक हादसे में मौत हो गयी थी। प्रियंका गांधी के शोक संदेश के साथ सुदीक्षा भाटी के परिजनों से कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की।

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजनों से मुलाकात की और पांच लाख रुपये तथा प्रियंका द्वारा लिखा गया शोक पत्र देकर संवेदना प्रकट की। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी की अगुवाई में प्रतिनिधिमण्डल ने गौतमबुद्धनगर जाकर सुदीक्षा के परिजनों से मुलाकात की। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुदीक्षा (20) की गत 10 अगस्त को गौतमबुद्धनगर के दादरी स्थित अपने घर से अपने भाई के साथ मोटरसाइकिल से अपने मामा के घर जाते वक्त रास्ते में बुलंदशहर के औरंगाबाद इलाके में एक हादसे में मौत हो गयी थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि रास्ते में कुछ अज्ञात लोगों ने उससे छेड़खानी की कोशिश की थी, जिसकी वजह से यह घटना हुई। हालांकि पुलिस ने इस आरोप को खारिज करते हुए मौत का कारण केवल हादसा ही बताया था। 

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सुदीक्षा के पिता चाय की दुकान चलाते हैं। गरीबी का सामना करते हुए अपनी प्रतिभा के बल पर अमेरिका के बाबसन कॉलेज में छात्रवृत्ति के आधार पर दाखिला पाने वाली सुदीक्षा छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने सुदीक्षा के परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद की और पार्टी महासचिव प्रियंका का पत्र उन्हें सौंपा। पत्र में प्रियंका ने कहा आपकी बेटी सुदीक्षा भाटी के साथ हुई घटना की खबर ने मुझे झकझोर कर रख दिया है। सुदीक्षा बेहद होनहार और बहादुर लड़की थी। मैंने उनके कुछ भाषण सुने। सुदीक्षा लड़कियों को होने वाली दिक्कतों को दिल से अनुभव करती थीं। उनके दिल में लड़कियों की शिक्षा और अपने परिवार को लेकर एक जज्बा था। इसी जज्बे के चलते उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। कांग्रेस महासचिव ने पत्र में लिखा मैं समझ सकती हूं कि यह आपके और आपके पूरे परिवार के लिए अत्यंत दुख की घड़ी है। मैं आपको भरोसा दिलाना चाहती हूं कि आप सुदीक्षा के लिए न्याय की लड़ाई में खुद को अकेला मत समझिए। हम सब आपके साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।   सुदीक्षा 3.80 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति जीतकर अमेरिका के मैसाचुसेट्स स्थित बाबसन कॉलेज से उद्यमिता में स्नातक कर रही थीं। उन्हें 20 अगस्त को अमेरिका वापस जाना था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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