कांग्रेस ने नोटबंदी पर श्वेतपत्र लाने की मांग की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के दो साल पूरा होने के मौके पर नरेंद्र मोदी सरकार के इस कदम के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया और सरकार से उसके कदम के फायदे एवं नुकसान का पता करने के लिए श्वेतपत्र लाने की मांग की।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के दो साल पूरा होने के मौके पर नरेंद्र मोदी सरकार के इस कदम के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया और सरकार से उसके कदम के फायदे एवं नुकसान का पता करने के लिए श्वेतपत्र लाने की मांग की। पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में भारतीय रिजर्व बैंक के बाहर प्रदर्शन किया जहां से पुलिस ने उनको हिरासत में लिया। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस मौके पर गहलोत ने संवादददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने 50 दिन मांगे थे और कहा था कि आतंकवाद एवं नक्सलवाद खत्म हो जाएगा तथा कालाधन खत्म हो जाएगा। अब हम प्रधानमंत्री से पूछ रहे हैं कि वह बताएं कि नोटबंदी के क्या फायदा हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘आरबीआई ने नोटबंदी के समय इसका विरोध किया था, लेकिन मोदी जी नहीं माने और नोटबंदी की घोषणा कर दी। प्रधानमंत्री तुगलकी फरमान जारी करके देश चलाना चाहते हैं। वित्त मंत्री भी पूरी तरह विफल हैं और प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए बयान देते रहते हैं।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री श्वेत पत्र जारी करें। वह बताएं कि क्या फायदे हुए और क्या बर्बादी हुई। वह पूरे देशवासियों से माफी मांगे कि उनसे गलती हो गई क्योंकि वह नए नए प्रधानमंत्री बने थे और जोश में यह कदम उठा दिया।’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने नोटबंदी को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर फिर हमला बोला और आरोप लगाया कि यह कालेधन को सफेद करने का घोटाला था। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को यह बताना चाहिए कि नोटबंदी से हुए भारी आर्थिक नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार है।
पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनीष चतरथ एवं नसीब सिंह तथा पार्टी के कई कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को नोटबंदी के दो साल पूरा होने के मौके पर घोषणा की थी कि पार्टी नोटबंदी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी विषय को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था और आरोप लगाया था कि मोदी सरकार का यह कदम खुद से पैदा की गई ‘त्रासदी’ और ‘आत्मघाती हमला’ था जिससे प्रधानमंत्री के ‘सूट-बूट वाले मित्रों’ ने अपने कालेधन को सफेद करने का काम किया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की जिसके तहत, उन दिनों चल रहे 500 रुपये और एक हजार रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे।
अन्य न्यूज़