राजस्थान राज्यसभा चुनाव को लेकर विधायकों संग कांग्रेस की 'रिसॉर्ट मीटिंग'

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कांग्रेस और निर्दलीय विधायक बृहस्पतिवार को रिसॉर्ट पहुंचे। भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक में भाग लेने के लिए रिसॉर्ट पहुंचे। भाजपा द्वारा विधायकों के खरीद फरोख्त के प्रलोभन के ‘डर’ से कांग्रेस ने विधायकों को रिसॉर्ट में ठहराने का फैसला किया है।

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे सहित वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने बृहस्पतिवार की रात एक लक्जरी रिसॉर्ट में आगामी राज्यसभा चुनावों को लेकर अपने कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ चर्चा की। कांग्रेस और निर्दलीय विधायक बृहस्पतिवार को रिसॉर्ट पहुंचे। भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक में भाग लेने के लिए रिसॉर्ट पहुंचे। भाजपा द्वारा विधायकों के खरीद फरोख्त के प्रलोभन के ‘डर’ से कांग्रेस ने विधायकों को रिसॉर्ट में ठहराने का फैसला किया है।

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हालांकि, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि यह विधायकों का मिलन समारोह है और इसे एक शिविर के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। पार्टी सूत्रों के अनुसार रिसॉर्ट में बुधवार रात हुई बैठक में कांग्रेस और निर्दलीय सहित लगभग 107 विधायक मौजूद थे और उनमें से कई वापस लौट गये थे। वे बृहस्पतिवार को रिसोर्ट पहुंचे ओर अब रिसोर्ट में ही रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि रिसोर्ट में अभी लगभग 110 विधायक हैं। अविनाश पांडे ने कहा कि विपक्षी नेताओं द्वारा विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के प्रयास किए गए हैं। उन्होंने शाम को संवाददाताओं से कहा, वे विधायक खुद मानते हैं कि उन्हें एक साथ एक जगह पर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि समूचा विधायक दल सोनिया गांधी, राहुल गांधी व अशोक गहलोत के नेतृत्व में एक है। पांडे ने कहा कि यह बैठक न केवल राज्यसभा में जीत सुनिश्चित करने के लिए है बल्कि इसमें कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के बारे में भी चर्चा होगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस के पास संख्या है और पार्टी के दोनों उम्मीवार राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज करेंगे। इससे पूर्व दिन में उन्होंने कहा, ‘ मैं साफतौर पर बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी के पास पर्याप्त जनादेश है, निर्दलीय विधायकों और अन्य पार्टियों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है। हमारे दोनों उम्मीदवार चुनाव में जीतेंगे। चुनाव से पहले कई तरह की बातें होती है लेकिन सबको जमीनी हकीकत पता है,संख्या बल हमारे पास है।’ उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने उपचुनावों के बाद विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की और अब राज्यसभा सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार जीतेंगे। इस पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। जो लोग मिथक फैला रहे हैं, वे किसी भी पार्टी या समूह के हों - वे जानबूझकर ऐसा माहौल बना रहे हैं कि यहां एक बड़ा संघर्ष हो रहा है। पार्टी के विधायक एकजुट हैं। पार्टी विधायकों को रिसोर्ट में बुलाये जाने पर पायलट ने कहा कि अन्य राज्यों जैसे गुजरात में कुछ विधायकों के त्यागपत्र जैसी घटनाओं का अनुभव पार्टी को है। उन्होंने कहा कि लोग प्रयास कर रहें है, लेकिन राजस्थान की जनता एक जुट है और ईमानदार है। हमारे पास जनाधार है, यहां तक की निर्दलीय विधायकों और अन्य पार्टियों का समर्थन भी हमें है। भाजपा के दूसरे उम्मीदवार के जीतने की कोई संभावना नहीं है। वहीं दूसरी ओर सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भी पार्टी के उम्मीदवारों के जीतने पर विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के प्लान को सफल नहीं होने देंगे, हम खरीद फरोख्त, भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस के सभी विधायक एक जुट है। जोशी ने बुधवार को धनबल के आधार पर विधायकों को लुभाने के कथित प्रयासों के बारे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी। कांग्रेस विधायक शकुंतला रावत ने कहा कि सभी विधायक रिसोर्ट में ही रूकेंगे। राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये चुनाव 19 जून को होगा। कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को चुनाव मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चकित कर दिया। 200 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस के पास पिछले साल बसपा छोडकर कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों सहित 107 विधायक हैं। पार्टी को राज्य में 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सिर्फ राजस्थान के विधायकों की ही नहीं बल्कि पार्टी गुजरात के पार्टी विधायकों की भी सुरक्षा कर रही है। गुजरात में तीन विधायकों के इस्तीफा देने के बाद लगभग 21 विधायकों को सात जून को सिरोही के आबू रोड पर एक रिसॉर्ट में ठहराया गया था।

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