शिवराज चौहान का आरोप, कर्ज माफी के नाम पर कांग्रेस ने किया घोटाला
सिंधिया ने कहा कि आने वाला चुनाव अलग तरह का चुनाव है। ये चुनाव सोशल मीडिया पर लड़ा जाएगा। हमें सोशल मीडिया पर ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा। इसके लिए टीम तैयार करें और लोगों को प्रशिक्षित करें।
चौहान ने कहा कि कर्जमाफी के इस चक्कर में प्रदेश के किसान डिफाल्टर (ऋण नहीं चुकाने वाला) बन गए हैं, लेकिन किसान को चिंता करने की जरूरत नहीं है। कमलनाथ सरकार की इस मुसीबत से वह उन्हें उबारेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाला उपचुनाव कोई साधारण चुनाव नहीं है। यह प्रदेश की जनता के भाग्य को बदलने वाला और प्रदेश की तस्वीर को बदलने वाला चुनाव है। दिल्ली से इस डिजिटल रैली को सम्बोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में जब कोरोना वायरस ने दस्तक दी तब तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार भी उस रोग को लेकर बैठक नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘इनके पास आईफा अवार्ड के लिए समय था, इनके पास अभिनेता और अभिनेत्री के पास खडे होने का समय था,लेकिन जनता के लिए कोई समय नहीं था।’’कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए कुछ नहीं किया। खज़ाना खाली होने जैसी बेतुकी बातें की जाती थी।
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) July 7, 2020
हमने आते ही 100 दिन के अंदर प्रदेश का कायापलट कर दिया। 15 महीनों में जो दुर्गति की गई थी, उसे ठीक कर जनता को अधिक से अधिक लाभ दिया!: मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/NCxkgPrsMd
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मुख्यमत्री चौहान की प्रशंसा करते हुए भाजपा नेता सिंधिया ने आगे कहा, ‘‘शिवराजसिंह चौहान जब मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने दिन रात अकेले 18 घंटे काम करते हुए कोरोना का मुकाबला कर प्रदेश की जनता को बचाया जिसके कारण आज मध्यप्रदेश की कोरोना दर 0.5 प्रतिशत पर है। यह मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री के रूप में जनसेवक मिला है।’’ कांग्रेस से बागी हो विधायक पद से त्यागपत्र देने वाले और भाजपा में शामिल होने वाले अपने 22 समर्थकों का दलबदल के मुद्दे पर बचाव करते हुए सिंधिया ने कहा कि ये लोग (कांग्रेस) उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। जिन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हैं, वहां के पूर्व विधायक त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति हैं। इन्होंने सत्य के लिए, मध्यप्रदेश के विकास के लिए और जनता के न्याय के लिए अपने पद से इस्तीफा दिया। सिंधिया ने कहा कि आने वाला चुनाव अलग तरह का चुनाव है। ये चुनाव सोशल मीडिया पर लड़ा जाएगा। हमें सोशल मीडिया पर ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा। इसके लिए टीम तैयार करें और लोगों को प्रशिक्षित करें।
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