कोरोना वायरस: सफाई में मरकज निजामुद्दीन ने कहा, हमने कोई कानून का उल्लंघन नहीं किया

मरकज के मुताबिक वह चाहता है कि उसके पूरे परिसर को क्वारन्टीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जाए। उसने कहा, ‘‘जबजनता कर्फ्यू का ऐलान हुआ, तो बहुत सारे लोग मरकज में रह रहे थे।
मरकज ने कानूनी कार्रवाई के दिल्ली सरकार के निर्देश का हवाला देते हुए कहा, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मरकज ने कभी कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया। हमने लोगों को आईएसबीटी या सड़कों पर नहीं जाने देकर चिकित्सा दिशानिर्देश का उल्लंघन नहीं होने दिया। मरकज के मुताबिक वह चाहता है कि उसके पूरे परिसर को क्वारन्टीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जाए। उसने कहा, ‘‘जबजनता कर्फ्यू का ऐलान हुआ, तो बहुत सारे लोग मरकज में रह रहे थे। 22 मार्च को प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया तो उसी दिन मरकज बंद कर दिया गया।
बाहर से किसी भी आदमी को नहीं आने दिया गया। मरकज ने कहा, जो लोग मरकज में रह रहे थे उन्हें घर भेजने का इंतजाम किया जाने लगा। 21 मार्च से ही रेल सेवाएं बन्द होने लगी थी, इसलिए बाहर के लोगों को भेजना मुश्किल था। इसके बावजूद दिल्ली और आसपास के करीब 1500 लोगों को घर भेजा गया। करीब 1000 लोग मरकज में बच गए थे।ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) ने निजामुद्दीन मरकज़ मुद्दे पर आज #COVID19 की बैठक में चर्चा की, मंत्रियों को एक विस्तृत ब्रीफिंग दी गई: सरकार सूत्र pic.twitter.com/BYUQuviOIR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 31, 2020
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