असम में ‘क्रूरता’ पर स्वत: संज्ञान ले अदालत : सिब्बल

kapil sibal
प्रतिरूप फोटो

कपिल सिबल ने शनिवार को अपने ट्वीट में कहा है कि, ‘‘असम-- निकाले जाने का विरोध करने वालों के खिलाफ क्रूरता की सोशल मीडिया पर उपलब्ध बर्बर तस्वीरों ने मुझे हिला कर रख दिया है। हमारी सरकार की चुप्पी ने मेरा दिल तोड़ दिया है।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि अदालतों को असम में ‘क्रूरता’ पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। सिब्बल का यह बयान पुलिस और कथित रूप से अवैध कब्जा करने वालों के बीच हुई झड़प की पृष्ठभूमि में आया है जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 लोग घायल हो गए थे।

असम के दरांग जिले के गुरूखुटी गांव में बृहस्पतिवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान उक्त घटना हुई। सिब्बल ने यह भी कहा कि इसपर सरकार की चुप्पी दिल दुखाने वाली है।

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उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘असम-- निकाले जाने का विरोध करने वालों के खिलाफ क्रूरता की सोशल मीडिया पर उपलब्ध बर्बर तस्वीरों ने मुझे हिला कर रख दिया है। हमारी सरकार की चुप्पी ने मेरा दिल तोड़ दिया है।’’ सिब्बल ने मांग की, ‘‘जांच कोई जवाब नहीं है। अदालत को स्वत: संज्ञान लेने की आवश्यकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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