रिसर्च में बड़ा खुलासा, कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है भारत बॉयोटेक की वैक्सीन

रिसर्च में बड़ा खुलासा, कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है भारत बॉयोटेक की वैक्सीन

सार्स-सीओवी-2 स्वरूप बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हाल में सामने आने के बाद इसके तेजी से फैलने के कारण भारत में दूसरी लहर आई है। कोवैक्सीन की प्रभावशीलता डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत है।

हैदराबाद। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किये गये एक अध्ययन के अनुसार भारत बायोटेक का कोविड-19 टीका कोवैक्सीन (बीबीवी152) कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस (एवाई.1) स्वरूप के खिलाफ प्रभावी है। शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान निकाय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आईसीएमआर के अध्ययन से पता चलता है कि कोवैक्सीन डेल्टा, डेल्टा एवाई.1 और बी.1.617.3 स्वरूप के खिलाफ प्रभावी है।’’ अध्ययन में कहा गया है कि आईजीजी एंटीबॉडी का मूल्यांकन किया गया है। इसमें बीबीवी 152 टीके की पूर्ण खुराक वाले व्यक्तियों में कोविड-19 की आशंका को खत्म कर दिया है।

इसे भी पढ़ें: 2024 के लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए ममता बनर्जी बोलीं, निकट भविष्य में पूरा देश ‘खेला’ का गवाह बनेगा

इसमें डेल्टा, डेल्टा एवाई.1 और बी.1.617.3 के खिलाफ बीबीवी152 टीकों का मूल्यांकन किया गया। सार्स-सीओवी-2 स्वरूप बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हाल में सामने आने के बाद इसके तेजी से फैलने के कारण भारत में दूसरी लहर आई है। कोवैक्सीन की प्रभावशीलता डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत है। इसके बाद, डेल्टा आगे डेल्टा एवाई.1, एवाई.2, और एवाई.3 में बदल गया। अध्ययन में कहा गया है कि इनमें से एवाई.1 स्वरूप का पहली बार भारत में अप्रैल 2021 में पता चला था और बाद में 20 अन्य देशों में भी इसके मामले सामने आये। भारत बायोटेक ने तीन जुलाई को तीसरे चरण के परीक्षणों से कोवैक्सीन प्रभावकारिता के अंतिम विश्लेषण को पूरा करते हुए कहा था कि कोवैक्सीन की कोविड-19 के खिलाफ प्रभावशीलता 77.8 प्रतिशत और बी.1.617.2 डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत रही थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़