CRPF के महानिदेशक जी पी सिंह ने कश्मीर में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की, अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से होगी शुरू

CRPF Director General GP Singh
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रेनू तिवारी । May 28 2025 9:44AM

अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ महानिदेशक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चरार-ए-शरीफ में सीआरपीएफ की 181 बटालियन के परिसर का दौरा किया और इकाई के कमांडरों से मुलाकात की।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक जीपी सिंह ने मंगलवार को कश्मीर घाटी में बल की अभियानगत तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ महानिदेशक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चरार-ए-शरीफ में सीआरपीएफ की 181 बटालियन के परिसर का दौरा किया और इकाई के कमांडरों से मुलाकात की।

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सिंह जम्मू कश्मीर की तीन दिन की यात्रा पर हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘महानिदेशक की यात्रा संपूर्ण सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा के साथ ही आगामी श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर बल की तैयारियों पर भी केंद्रित है।’’ उनकी यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब आगामी श्री अमरनाथ जी यात्रा 2025 की तैयारियां चल रही हैं। अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू होगी।

श्रीनगर में उतरने के तुरंत बाद, डीजी सिंह चरार-ए-शरीफ में 181 बटालियन सीआरपीएफ के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने यूनिट का विस्तृत निरीक्षण किया।

वितुल कुमार, एसडीजी (ऑपरेशन निदेशालय), राजेश कुमार, एडीजी (जम्मू-कश्मीर जोन), विनीत बृज लाल, आईजी, पवन कुमार शर्मा, आईजी और मितेश जैन, आईजी सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, डीजी ने मौजूदा सुरक्षा माहौल और बल की परिचालन तत्परता पर ग्राउंड कमांडरों के साथ गहन चर्चा की।

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अपनी यात्रा के दौरान, डीजी सिंह ने तैनाती रणनीतियों की समीक्षा की और उभरते खतरों का जवाब देने के लिए बल की क्षमताओं का आकलन किया, विशेष रूप से आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के संदर्भ में।

सीआरपीएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा के अलावा, डीजी का दौरा जुलाई के पहले सप्ताह में शुरू होने वाली आगामी श्री अमरनाथ जी यात्रा में बल की तत्परता और तैयारियों पर भी केंद्रित था। इसके बाद डीजी ने सैनिक सम्मेलन में जवानों से बातचीत की और उनकी शिकायतों का समाधान किया। अपने संबोधन में डीजी ने कर्मियों की कर्तव्य के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता और मातृभूमि के प्रति उनकी सेवा की सराहना की।

उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि बल उत्साह और वीरता के साथ राष्ट्र की सेवा करना जारी रखेगा। उसी दिन बाद में श्रीनगर लौटकर महानिदेशक ने घाटी में तैनात 47 बटालियनों के रेंज डीआईजी और कमांडिंग अधिकारियों के साथ तीन घंटे से अधिक समय तक चली एक कॉन्फ्रेंस में बातचीत की।

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