नैनो विज्ञान प्रयोगशाला RSS के पूर्व सरसंघचालक प्रो राजेंद्र सिंह को समर्पित
नैनो साइंस कैंसर की चिकित्सा के साथ साथ कचरे को बहुमूल्य ग्राफेन पदार्थ बनाने के काम आती है जिसका जल शुद्धिकरण में उपयोग होता है रक्षा और चिकित्सा के संवेदनशील शोध में नैनो साइंस के बहुत बड़ी भूमिका है।
देहरादून/नैनीताल। आज भारत में अपने किस्म की प्रथम नैनो साइंस और टेक्नोलॉजी प्रयोगशाला को कुमाऊँ विश्विद्यालय द्वारा संघ के तत्कालीन सरसंघचालक प्रो राजेंद्र सिंह (रज्जु भैया) की स्मृति को समर्पित की गयी। इसका उद्घाटन श्री तरुण विजय ने किया जिन्होंने अपनी सांसद निधि से इस प्रयोगशाला के लिए पचास लाख रुपये दिए थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में उच्च विज्ञानं की शिक्षा विशेषकर नैनो साइंस के लिए सुविधा नहीं थी इसलिए उन्होंने इसकी स्थापना में विनम्र सहयोग किया।
नैनो साइंस कैंसर की चिकित्सा के साथ साथ कचरे को बहुमूल्य ग्राफेन पदार्थ बनाने के काम आती है जिसका जल शुद्धिकरण में उपयोग होता है रक्षा और चिकित्सा के संवेदनशील शोध में नैनो साइंस के बहुत बड़ी भूमिका है। इस अवसर पर कुमाऊँ विवि के उपकुलपति प्रो के एस राना ने कहा कि इस प्रयोगशाला से नैनीताल के प्लास्टिक कचरे से ग्राफेन बनाने के प्रयोग सफल हुए हैं जिसके लिए हम तरुण विजय की सहायता को धन्य वाद देते हैं उन्होंने कहा कि प्रो राजेंद्र सिंह जी का जीवन विज्ञानं और समाज सेवा का अद्भुत मेल था इसलिए उनकी स्मृति को समर्पित यह उच्च विज्ञानं प्रयोगशाला छात्रों को प्रेरणा देगी।
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