शिकायतकर्ता पहलावनों को Delhi Police ने सुरक्षा मुहैया कराई , जंतर मंतर पर डटे खिलाड़ी

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रितिका कमठान । Apr 30 2023 4:30PM

दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर सात महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण और धमकाने के आरोपों को लेकर शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं। पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना लगातार आठवें दिन जारी है। इसी बीच महिला शिकायतकर्ताओं को अब दिल्ली पुलिस द्वारा सुरक्षा भी उपलब्ध कराई गई है। इसी के साथ सभी के बयान भी दिल्ली पुलिस दर्ज करेगी। दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने शनिवार को यह जानकारी दी। 

बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए। बता दें कि जिन महिला पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराए जाने की बात कही गई है उनमें से एक नाबालिग पहलवान भी है। माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस अब जल्द ही पहलवानों के बयान भी दर्ज करेगी। हालांकि पहलावानों को बयान दर्ज कराने के लिए कब बुलाया जाएगा इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। 

बता दें कि भाजपा सांसद सिंह पर सात महिला पहलवानों और एक नाबालिग लड़की ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस अब इन सात शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज करेगी। एक सूत्र ने कहा कि प्राथमिकी में उल्लिखित घटनाएं कथित तौर पर 2012 और 2022 के बीच विदेशों सहित विभिन्न स्थानों पर हुईं। इस बीच, ‘इंडियन वीमन प्रेस कोर’ (आईडब्ल्यूपीसी) ने शनिवार को सरकार से यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच की मांग कर रही प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया। आईडब्ल्यूपीसी ने एक बयान में कहा कि वह महिला पहलवानों के साथ एकजुटता से खड़ी है। इसने महिला खिलाड़ियों के किसी भी प्रकार के उत्पीड़न और यौन शोषण की भी निंदा की। 

उल्लेखनीय है कि महिला पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था कि महिला पहलवानों की शिकायत पर कनॉट प्लेस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा था कि पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था।

बृजभूषण ने बताया राजनीति

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उनके खिलाफ नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर शीर्ष पहलवानों के धरने को राजनीति से प्रेरित बतया। देश के शीर्ष पहलवानों ने डब्ल्यूएफाई प्रमुख बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग करते हुए 23 अप्रैल से एक बार फिर जंतर मंतर पर धरना शुरू किया। बृजभूषण पर उन्होंने महिला पहलवानों को धमकाने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं।

 

इससे पहले उन्होंने जनवरी में धरना दिया था। बृजभूषण ने साथ ही समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के रुख की सराहना करते हुए कहा कि सपा धरने से नहीं जुड़कर सच्चाई के साथ खड़ी है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) सहित अन्‍य विपक्षी दलों ने पहलवानों को समर्थन दिया है और इन पार्टी के नेताओं ने प्रदर्शन स्‍थल पर पहलवानों से मुलाकात की। हालांकि समाजवादी पार्टी ने धरने से किनारा कर लिया है। कैसरगंज से सांसद बृजभूषण ने कहा, ‘‘मैं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव (विरोध करने वाले पहलवानों का पक्ष नहीं लेने के लिए) का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं उन्हें बचपन से जानता हूं। मैं उनसे बड़ा हूं, हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं लेकिन अखिलेश सच्चाई जानते हैं और अगर उत्तर प्रदेश में 10,000 पहलवान हैं तो इनमें से आठ हजार यादव समुदाय से हैं और समाजवादी परिवार से हैं और इसलिए वे सच्चाई जानते हैं।’’

 

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘धरना दे रहे पहलवान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के खिलौने बन गए हैं। उनका मकसद मेरा इस्तीफा नहीं है, बल्कि यह केवल राजनीतिक है।’’ बृजभूषण ने कहा कि उन्हें अभी तक प्राथमिकी की प्रति नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन करना उनका अधिकार है लेकिन क्या रेलवे से जुड़ा कोई खिलाड़ी इस तरह धरने पर बैठ सकता है? जहां प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे हैं।’’ गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर सात महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण और धमकाने के आरोपों को लेकर शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं। पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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