नहीं मिला धनुष-बाण तो आगे क्या? उद्धव ठाकरे समूह का प्लान बी तैयार

Uddhav
Creative Common
अभिनय आकाश । Sep 29 2022 2:23PM

सूत्रों के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने धनुष-बाण नहीं मिलने पर नए चुनाव चिह्न से लड़ने की तैयारी कर ली है। चुनाव चिन्हों को लेकर ये है ठाकरे समूह का प्लान बी बताया जा रहा है।

इस समय की सबसे बड़ी राजनीतिक खबर महाराष्ट्र से सामने आ रही है। राज्य में शिवसेना के बंटवारे और सत्ता संघर्ष के बाद यह सवाल उठने लगा है कि पार्टी और पार्टी के चुनाव चिह्न (धनुष्य बान) का मालिक कौन है। एकनाथ शिंदे समूह ने पार्टी चुनाव चिन्ह पर अपना दावा किया है वहीं मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। लेकिन अब कोर्ट ने गेंद चुनाव आयोग के पाले में ये कहते हुए फेंक दी है कि चुनाव आयोग इस पर फैसला लेगा हालांकि, अगर फैसला उद्धव ठाकरे समूह के खिलाफ जाता है, तो उद्धव ठाकरे समूह फिर से सुप्रीम कोर्ट जा सकता है। हालांकि, उद्धव ठाकरे समूह ने चुनाव आयोग के फैसले से पहले ही एक और योजना तैयार कर ली है। आगामी मुंबई नगर निकाय चुनाव में अब ज्यादा वक्त शेष नहीं रह गया है। 

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र में ‘कुछ गंभीर’ करने की साजिश रच रहा था पीएफआई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान

चुनाव चिन्हों को लेकर ठाकरे समूह का प्लान बी

सूत्रों के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने धनुष-बाण नहीं मिलने पर नए चुनाव चिह्न से लड़ने की तैयारी कर ली है। चुनाव चिन्हों को लेकर ये है ठाकरे समूह का प्लान बी बताया जा रहा है। शिवसेना ने बिना झुके चुनाव लड़ने के लिए प्लान बी तैयार किया है। शिवसेना पार्टी का चुनाव चिन्ह अगर फ्रीज भी हो जाता है तो या एकनाथ शिंदे के पास चला गया तो इसे उद्धव ठाकरे को चुनाव आयोग की तरफ से लगा सबसे बड़ा झटका माना जा सकता है। चुनाव आयोग के पास यह तय करने का अधिकार है कि शिवसेना से कौन संबंधित है। इस संबंध में मातोश्री मुश्किल में थी। शिवसेना का धनुष बाण किसे मिलेगा? ये अब चुनाव आयोग के पास है। 

क्या हो सकता है उद्धव ठाकरे का प्लान बी?

- हमें इस समझ के साथ लड़ना होगा कि यह पहला चुनाव है।

- पार्टी के नए चुनाव चिह्न से लड़ने की तैयारी

- सोशल मीडिया नया संकेत देने के लिए तैयार

- ठाकरे की इंटरनेट, सोशल मीडिया टीम तैयार

- शिवसेना ने बिना चुनाव चिन्ह के लड़ा पहला चुनाव

- शिवसेना ने 1967 में प्रजा समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया।

- शिवसेना में तब 42 पार्षद चुनाव हुए थे।

इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र में पीएफआई और एसडीपीआई के 32 कार्यकर्ता गिरफ्तार

1 नवंबर को चुनाव आयोग क्या फैसला ले सकता है?

- ठाकरे के पास रह सकता है शिवसेना का धनुष-बाण चिह्न

- शिवसेना का धनुष-बाण चिन्ह शिंदे समूह को जा सकता है

- शिवसेना के धनुष-बाण चिन्ह को फ्रीज किया जा सकता है

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़