आज ही देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई थी, BJP मना रही काला दिवस

नयी दिल्ली। इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। आज ही के दिन 1975 में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई जिसने कई ऐतिहासिक घटनाओं को जन्म दिया। 26 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादस्पद काल था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे। सत्तारूढ़ भाजपा आज के दिन को काला दिवस के रूप में मना रही है और कांग्रेस पर निशाना साध रही। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि असंख्य लोगों को बिना वजह कालकोठरी में डाल दिया गया और देश की जनता ने 21 महीनों तक अनेकों कष्ठ और यातनायें सही। उन्होंने आपातकाल में लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी देशवासियों को कोटि-कोटि वंदना की।
असंख्य लोगों को बिना वजह कालकोठरी में डाल दिया गया, देश की जनता ने 21 महीनों तक अनेकों कष्ठ और यातनायें सही।
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2018
ऐसे आपातकाल में लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी देशवासियों को कोटि-कोटि वंदन।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस द्वारा मात्र सत्ता में बने रहने के अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिये देश के लोकतंत्र की हत्या कर दी गयी। देश की संसद को निष्क्रय बना कर उच्चतम न्यायालय को मूकदर्शक की हैसियत में तब्दील कर दिया गया और अखबारों की जुबान पर ताले जड़ दिये गये।
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