कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने जताया भरोसा, बोलीं- निष्पक्ष पत्रकारिता नहीं होगी समाप्त
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आजकल फैसले स्टूडियो में सुना दिए जाते हैं। फैसले सुनाना न्यायपालिका का काम है और आप जज नहीं बन सकते हैं।
नयी दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि निष्पक्ष पत्रकारिता इस देश से समाप्त नहीं होगी। हां, इतना जरूर है कि वह खतरे में जरूर आ जाती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में पत्रकार खुद खबर बन गए हैं, जबकि आप खबर नहीं है आपका काम है खबर दिखाना। सुप्रिया श्रीनेत ने यह बात प्रभासाक्षी के 19वें वर्षगांठ पर आयोजित डिजिटल कार्यक्रम 'डिजिटल मीडिया की विश्वसनीयता पर उठने वाले प्रश्नचिह्न और उनका समाधान' में कही।
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उन्होंने अपने दौर के अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि पहले तो आप लाइए लेकिन वह सही होनी चाहिए। इसके साथ ही यह बताया जाता था कि आप जो भी खबर लीजिए उसके विपक्ष से भी उसकी टिप्पणी जरूर लीजिए क्योंकि खबर की पुष्टि करना भी जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में खबर चला दिया जाता है और बाद में अगर वह गलत निकली तो एंकर के चेहरे पर सिकन तक दिखाई नहीं देती है।
उन्होंने कहा कि गहन पत्रकारिता जो करते हैं उन्हें सोचना चाहिए कि क्या आगे जाकर कॉर्पोरेट आपको ऑपरेट करेंगे।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आजकल फैसले स्टूडियो में सुना दिए जाते हैं। फैसले सुनाना न्यायपालिका का काम है और आप जज नहीं बन सकते हैं। इतना ही नहीं आज के समय में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल होने लगा है उसके लिए एक नीति होनी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता का स्तर गिरा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार जब तक विज्ञापन को लेकर सरकार पर आश्रित रहेंगे तब तक खुलकर सवाल नहीं पूछ पाएंगे। लेकिन मुझे लगता है कि पत्रकारिता में निष्पक्षता अभी समाप्त नहीं हुई है अभी बहुत से लोग इस पर काम कर रहे हैं।
सुप्रिया श्रीनेता ने कहा कि खुद से सवाल जरूर करना चाहिए कि कहीं हम किसी नेता, पार्टी या व्यक्ति विशेष से प्रेरित होकर तो पत्रकारिता नहीं कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि मैं जहां से आती हूं वहां का लोकल मीडिया अभी भी निडर है और बहुत प्रभावी है। लेकिन हम ऐसा राष्ट्रीय मीडिया में नहीं देखते हैं।
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