बच्चों को स्वेटर बांट कर आखिरकार मंत्री अनुपमा जायसवाल ने पहना स्वेटर

उत्तर प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को स्वेटर बांटने से पहले खुद इसे ना पहनने का प्रण लेने वाली सूबे की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने छात्र-छात्राओं में इसका वितरण का सिलसिला शुरू होने के बाद आखिरकार स्वेटर पहन लिया।
बहराइच। उत्तर प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को स्वेटर बांटने से पहले खुद इसे ना पहनने का प्रण लेने वाली सूबे की बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने छात्र-छात्राओं में इसका वितरण का सिलसिला शुरू होने के बाद आखिरकार स्वेटर पहन लिया। अनुपमा ने बताया कि विभागीय मुखिया होने के नाते बच्चों को स्वेटर बांटे जाने से पहले मैंने स्वेटर ना पहनने का संकल्प लिया था। इस दौरान दिसम्बर में वह बिना स्वेटर काठमांडो स्थित बाबा पशुपतिनाथ और एक जनवरी को मां वैष्णो देवी का दर्शन करने भी गयीं थी।
मंत्री का दावा है कि प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में करीब 65 लाख बच्चों को स्वेटर दिये जा चुके हैं और एक सप्ताह के अंदर प्रदेश के सभी एक करोड़ 54 लाख बच्चों को स्वेटर पहुँचाने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। स्वेटर वितरण कार्य शुरू होने के बाद उन्होंने इस सर्दी में पहली बार स्वेटर पहना।
मालूम हो कि प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को स्वेटर नहीं बंटने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर पर मंत्री पर तंज किया था। इसके जवाब में अनुपमा ने प्रण किया था कि वह बच्चों को स्वेटर का वितरण शुरू होने से पहले स्वेटर नहीं पहनेंगी। अखिलेश ने लिखा था कि सरकार बार-बार स्वेटर के टेंडर निरस्त कर रही है और स्कूल के बच्चे सरकार की तरफ से दिए जाने वाले स्वेटर का इंतजार! कहीं ऐसा ना हो कि इधर बच्चे झूठी उम्मीदों की आग तापते ही रह जाएं और उधर टेंडर की प्रक्रिया पूरी होते-होते मई-जून आ जाए।
मंत्री ने बताया कि कुछ तकनीकी तथा व्यवहारिक कारणों से स्वेटर विवरण में देर हुयी थी। सरकार ने जब स्वेटर वितरण का फैसला लिया तब लुधियाना स्थित गर्म कपड़ो की फैक्ट्रियों में उत्पादन बंद हो चुका था। किसी तरह फैक्ट्री मालिकों को दोबारा उत्पादन के लिए तैयार किया गया।
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