मुंबई में लंपी रोग का पहला संदिग्ध मामला सामने आया
मुंबई के खार उपनगर में लंपी रोग का एक संदिग्ध मामला सामने आया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, अब तक, महानगर में किसी मवेशी में लंपी वायरस संक्रमण का कोई पुष्ट मामला सामने नहीं आया था।
मुंबई के खार उपनगर में लंपी रोग का एक संदिग्ध मामला सामने आया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, अब तक, महानगर में किसी मवेशी में लंपी वायरस संक्रमण का कोई पुष्ट मामला सामने नहीं आया था। अधिकारी ने कहा, उन्होंने संक्रमण के लक्षण दिखाने वाले मवेशियों के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे हैं और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। निकाय अधिकारी ने कहा, रिपोर्ट के बृहस्पतिवार रात तक प्राप्त होने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि, उन्होंने मवेशी के बारे में अन्य जानकारी साझा नहीं की, सिवाय इसके कि यह पश्चिमी उपनगर के खार में पाया गया। इस बीच, बीएमसी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मुंबई में 24,388 भैंसों सहित 27,500 से अधिक मवेशी हैं। इनमें से 2,203 गायों को पहले ही लंपी संक्रमण के खिलाफ‘गोट पॉक्स’ टीका दिया जा चुका है। शेष मवेशियों का अगले सप्ताह तक टीकाकरण किया जाएगा।’’
संक्रमण के प्रसार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी देते हुए निकाय अधिकारी ने कहा, पहले ही मुंबई में मवेशियों का सर्वेक्षण शुरू किया जा चुका है और ‘तबेलों’ और ‘गौशालाओं’ में कीटनाशकों के छिड़काव जैसे उपाय किए गये हैं। निकाय अधिकारी ने कहा कि एहतियात के तौर पर बीएमसी ने नौ सितंबर से शहर में बूचड़खानों के संचालन पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि लंपी एक संक्रामक वायरस है जो मवेशियों के बीच मच्छरों, मक्खियों, जूं और ततैया के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसके अलावा दूषित भोजन और पानी के सेवन से भी यह फैलता है। इस रोग के कारण मवेशियों को बुखार और शरीर में गांठें पड़ जाती हैं। यह घातक भी हो सकता है।
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